पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में पुलिस ने शराब तस्करी के एक ऐसे गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है, जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यहां पर पुलिस ने शराब तस्करी के ऐसे गैंग को पकड़ा है, जो पुलिस से बचने के लिए ‘ऑन आर्मी ड्यूटी’ के स्टीकर लगे डीसीएम ट्रक से शराब की सप्लाई कर रहा था। शराब की बड़ी खेप को हरियाणा से बिहार ले जाया जा रहा था। पुलिस से बचने के लिए आर्मी के घोड़ों के आहार सप्लाई की एक फर्जी बिल्टी भी इन तस्करों के पास थी।
उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव को लेकर शराब तस्करी पर सख्त नजर है। बॉर्डर पर चेकिंग भी बढ़ा दी गई है। इसी क्रम में चंदौली की अलीनगर पुलिस को मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि हरियाणा से एक डीसीएम ट्रक में भरकर शराब की खेप बिहार ले जाई जा रही है। सूचना के आधार पर अलीनगर पुलिस और सर्विलांस टीम ने अपना जाल बिछाया और नेशनल हाईवे 2 से गुजर रहे इस ट्रक को पकड़ लिया।
इस ट्रक को एस्कॉर्ट करने के लिए एक स्विफ्ट डिजायर कार में दो तस्कर आगे आगे चल रहे थे। ताकि वह पुलिस की गतिविधियों की सूचना ट्रक चालक को दे सकें, लेकिन चंदौली पुलिस की तत्परता के चलते शराब तस्करों का यह गैंग हत्थे चढ़ गया।
फिलहाल पुलिस ने तीनों शराब तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वहीं चंदौली पुलिस मिलिट्री इंटेलिजेंस से भी संपर्क कर रही है। ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि सेना की सामग्री की आपूर्ति से संबंधित बिल्टी इन लोगों को कहां से मिली और इस गैंग में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
एसपी चंदौली अमित कुमार ने बताया कि जनपद की पुलिस और सर्विलांस टीम के द्वारा सराहनीय कार्य किया गया है. पंचायत चुनाव को देखते हुए लगातार चेकिंग हो रही है. साथ ही साथ अवैध शराब और उसकी तस्करी के खिलाफ अभियान जारी है। पुलिस टीम ने अशोक, मिंटू और विकास नाम के तीन शराब तस्करों को पकड़ा है, जो रेवाड़ी और पानीपत हरियाणा के रहने वाले हैं। आरोपियों के आपराधिक इतिहास की छानबीन की जा रही है।
एसपी ने बताया कि पुलिस टीम ने शराब की बड़ी खेप बरामद की है, जिसकी कीमत लगभग 20 लाख रुपये है। ब्लैक मार्केट में ये शराब करीब 60 से 70 लाख रुपये में बेची जानी थी। पुलिस से बचने के लिए शराब माफिया ने ट्रक पर ऑन आर्मी ड्यूटी का स्टीकर लगाया हुआ था। साथ ही इनके पास से एक फर्जी बिल्टी भी बरामद हुई है, जिसमें हॉर्स फीड के लिए इस ट्रक को बिहार के लिए ले जाना बताया जा रहा था।