आजमगढ़। पुलिस लाइन परिसर में टहल रही आरक्षी की पत्नी से छेड़छाड़ और मारपीट मामले में तीन सिपाहियों को निलंबित (suspended) कर दिया। दो सिपाहियों के मुकदमा दर्ज कराया गया है।
पुलिस लाइन परिसर में रविवार की देर रात डायल 112 पर तैनात एक आरक्षी की पत्नी रात में टहल रही थी। इसी दौरान अभी हाल में ही दूसरे जिले ट्रांसफर होकर आये सिपाही विजेन्द्र सिंह ने महिला के साथ छेड़खानी करने लगा। महिला ने शोर मचाया और बीच बचाव करते हुए पड़ोसी आरक्षी को बुलाया लिया। आरक्षी मौके पर पहुंचा तो शोहदे सिपाही विजेन्द्र सिंह ने उसकी पिटाई कर दी। मारपीट होता देख पुलिस लाइन के अन्य सिपाही भी मौके पर पहुंचे और शोहदे सिपाही को पकड़कर शहर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी सिपाही पहले से ही इस तरह के मामलों में सुर्खियों में रहा है।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने मामले की जानकारी हुई तो उन्होने जांच कराई। जांच में आरोप सही पाये जाने पर आरोपी सिपाही विजेन्द्र सिंह को छेड़खानी व शराब पीने का दोषी पाया गया। आरक्षी दिवाकर सिंह मारपीट व इन दोनों का साथ देने के आरोप में आरक्षी मनीष मिश्रा भी दोषी पाये गये। तीनों आरक्षियों को निलंबित कर दिया गया है। वही विजेन्द्र सिंह व दीवाकर सिंह के खिलाफ शहर कोतवाली में आरक्षी अनुराग सिंह मौर्य की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि घटना की जानकारी उनको रविवार की देर रात मिली थी। मामले की जांच कराई गई। इसमे तीनों सिपाहियों को मेडिकल कराया गया तो तीनों शराब पीए हुए थे। इस पर तीनों सिपाहियों पर कार्रवाई की गई है।