इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा के बीहड़ों में बसे लायन सफारी (Etawah Lion Safari) में एक साथ तीन नवजात शावकों की मौत ने हड़कंप मचा दिया है। सफारी प्रबंधन तीनों शावको की मौत को छुपाने का प्रयास किया मगर पशुपालन विभाग ने शावकों की मौत की पुष्टि कर दी है।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ मनोज कुमार गुप्ता ने बताया कि लायन सफारी में सोना नामक शेरनी ने पांच शावको को जन्म दिया था लेकिन तीन शावकों की मौत हो गई है। हाल के दिनों में इटावा सफारी (Etawah Lion Safari) में जितने भी शावको का जन्म हुआ है वो सभी के सभी सुरक्षित हैं अगर ऐसा नहीं होता तो शावको की संख्या 10 के ऊपर कैसे पहुंच जाती।
सफारी के उप निदेशक जयप्रकाश और क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव से सफारी में शावको के जन्म लेने और उनकी मौत को लेकर जानकारी हासिल करने की कोशिश की गई लेकिन दोनों अधिकारियों ने अपनी निदेशक दीक्षा भंडारी के निर्देशों का हवाला देते हुए जानकारी साझा करने से साफ इंकार कर दिया।
लायन सफारी (Etawah Lion Safari)की ओर से आज दोपहर बाद एक प्रेस नोट जारी करके दो शावको के जन्म लेने की जानकारी जरूर दी गई है लेकिन तीन शावको की मौत की जानकारी छुपा दी गई। सफारी सूत्रों के मुताबिक छह जुलाई को दोपहर एक बजकर 53 मिनट पर सोना नामक शेरनी ने एक शावक को जन्म दिया जबकि नौ जुलाई को तीन शावको का जन्म हुआ वहीं 10 जुलाई की शाम को एक शावक का जन्म हुआ। इनमे से तीन शावकों की मृत्यु हो गयी। सफारी के डॉ रोबिन सिंह, नसीर और पशुपालन विभाग के डॉ प्रमोद शिवहरे ने संयुक्त रूप से पोस्टमार्टम कराया ।
सूत्रों का कहना है कि दुनिया में संभवत: यह पहली बार है कि किसी भी शेरनी ने 77 घंटे मे पांच शावको को जन्म दिया है, अमूमन कैट फैमली के जानवर 36 घंटे तक ही बच्चे को जन्म देते है।
लायन सफारी (Etawah Lion Safari) के सूत्र बताते हैं कि अभी तक आईबीआरआई बरेली शावक या शेरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाता रहा है लेकिन पहली बार इटावा पशु पालन विभाग के डॉक्टर के साथ पोस्टमार्टम कराया गया।