बेंगलुरु। कोरोना वायरस ने एक बाद फिर दस्तक दे दी है। इस बार कोरोना का नया वैरिएंट JN.1 मुश्किलें बढ़ रहा है। भारत में भी इसके मामले लगातार सामने आ रहे हैं। सोमवार को कर्नाटक में जहां 34 मामले दर्ज किए गए हैं तो वहीं तीन मरीजों की मौत भी हुई है। उधर, केरल में कोरोना विस्फोट हुआ है। कारण, प्रदेश में एक दिन में 115 नए मामले सामने आए हैं।
कर्नाटक के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सेवा विभाग के मुताबित, प्रदेश में JN.1 वैरिएंट के कुल 34 मामलों का पता चला है। इनमें से 20 मामले बेंगलुरु में, चार मामले मैसूरु में, तीन मामले मांड्या में और एक-एक मामला रामनगर, बेंगलुरु ग्रामीण, कोडागु और चामराजा नगरा से सामने आया है। नए JN.1 वैरिएंट के चलते इन मरीजों में तीन लोगों की मौत भी हुई है।
केरल की बात करें तो पिछले 24 घंटों में 115 नए कोविड-19 वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही राज्य में कोविड के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 1,749 हो गई है। हालांकि पिछले 24 घंटों में राज्य में वायरस से किसी की मौत की सूचना नहीं मिली।
JN.1 सब-वैरिएंट क्या है?
JN.1 सब-वैरिएंट की पहली बार पहचान अगस्त में की गई थी। यह ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट BA.2.86 से बना है। 2022 की शुरुआत में BA.2.86 ही कोरोना के मामलों में वृद्धि का कारण था। BA.2.86 व्यापक रूप से नहीं फैला था, लेकिन इसने विशेषज्ञों को चिंतित कर दिया था क्योंकि BA.2.86 के स्पाइक प्रोटीन पर अतिरिक्त म्यूटेशन हुए थे और उसी तरह JN.1 के स्पाइक प्रोटीन में भी एक अतिरिक्त म्यूटेशन है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि विश्व स्तर पर मामलों में बढ़ोतरी से पता चलता है कि JN.1 – एक ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट है जो मजबूत इम्यूनिटी वालों को भी आसानी से संक्रमित कर सकता है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) ने इसे यूएस में सबसे तेजी से बढ़ने वाला वैरिएंट बताया दिया है।