गाजियाबाद। क्राइम ब्रांच पुलिस ने रविवार को एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, उत्तराखण्ड, पंजाब, राजस्थान व यूपी के विभिन्न जनपदों में स्मैक, चरस, गांजे की तस्करी का कारोबार में लिप्त है। पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार (Arrested) किया है और उनके कब्जे से करीब सवा करोड़ रुपए की स्मैक (हेरोइन) व एक कार बरामद की है। पकड़े गए आरोपी गाजियाबाद में सप्लाई के लिए बरेली से आए थे।
पुलिस अधीक्षक अपराध दीक्षा शर्मा ने बताया कि रविवार को मुखबिर से सूचना मिली की कार सवार तीन व्यक्ति नशीले पदार्थ की सप्लाई के लिए गाजियाबाद आने वाले हैं। सूचना पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी, एसआई सौरभ शुक्ला, अरुण वर्मा की टीम गठित की गई। क्राइम ब्रांच की टीम ने हिंडन एयर फोर्स चौकी के सामने साहिबाबाद क्षेत्र में एक्सयूबी कार को रुकने का इशारा किया, टीम को देख आरोपी भागने का प्रयास करने लगे। टीम ने पीछा कर आरोपी तैयब खां , शहजाद खान निवासी इज्जत नगर बरेली एवं सैफ निवासी भमोरा बरेली को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का सरगना सैफ का भाई मौहम्मद आतिफ है और नशीले पदार्थ की तस्करी में मोहम्मद आतिफ और सौबी फरार हैं।
उन्होंने बताया कि यह गिरोह पिछले करीब 5 सालों सक्रिय है। आरोपी पूर्व में बरेली और उत्तराखण्ड से जेल जा चुके हैं। पहले गिरोह का सरगना मौहम्मद आतिफ पूर्व में नशीले पदार्थ की तस्करी दूसरे के लिए करता था। मगर बाद में उसने खुद का गिरोह बनाकर तस्करी का कारोबार शुरु कर दिया। आरोपी अब तक करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थ की तस्करी कर चुके हैं। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जब आरोपी बरेली से माल सप्लाई के लिए निकलते थे तो अपना फोन बंद कर लेते थे। जिनसे पुलिस उन्हें ट्रेस न कर सके और रास्ते में कहीं रुकते भी नहीं थे, जब तक माल को तयशुदा स्थान पर पहुंचा न दिया जाए।
मोहम्मद आतिफ नशीले पदार्थ की तस्करी नेपाल बोर्डर टनकपुर के पास बनबसा से करता है। मैदानी क्षेत्र में बनबसा और पर्वतीय क्षेत्र में पंचेश्वर क्षेत्र नेपाल से सटा हुआ है। यहां की भौगोलिक स्थिति तस्करों की राह आसान करती है।