औरैया। जनपद में अपहृत पांच वर्षीय बच्चे को पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन के निर्देशन में पुलिस महानिरीक्षक कानपुर परिक्षेत्र व पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में गठित पुलिस टीमों ने पांच 12 घण्टे के अन्दर गुरुवार को सकुशल बरामद कर लिया। पुलिस ने अपहरण की घटना में मुख्य अभियुक्त को मुठभेड़ के दौरान, साथी महिला समेत तीन लोगों को गिरफ्तार (Arrested) करने में सफल रहे।
दिबियापुर क्षेत्रांतर्गत कनारपुर में रहने वाले आलोक दुबे पुत्र राजकुमार दुबे ने एक दिन पूर्व 22 मार्च को थाना दिबियापुरको सूचना दी कि उनका पांच वर्षीय बालक काे किसी ने अपहरण कर लिया है और फिरौती में 20 लाख रुपयों की मांग की गयी। इस सूचना का अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जाेन ने मामला संज्ञान लेते हुए कार्रवाई किए जाने के निर्देष दिए। इस पर पुलिस अधीक्षक ने टीमों का गठन करते हुए बालक की तलाश तेज की। पुलिस अधीक्षक ने अपहृत बालक की बरामदगी के लिए छह टीमों का गठन किया।
टीमों ने साक्ष्यों को संकलित करते हुए संदिग्धों की लोकेशन के आधार पर कई राज्यों में स्थानीय पुलिस, मानेसर हरियाणा पुलिस, दिल्ली पुलिस, मध्य प्रदेश पुलिस व कासगंज पुलिस की मदद से संभावित स्थानों पर दबिश दी और 12 घण्टों के अन्दर अपहरणकर्ताओं की मौजूदगी कासगंज में होना पाए जाने पर टीम के साथ कार्रवाई की।
स्थानीय पुलिस की मदद से गठित टीमों ने तीन अपहरणकर्ताओं जिनमें विजय कुमार उर्फ कन्हैया पुत्र राम खिलावन यादव निवासी कनारपुर थाना दिबियापुर, राहुल कुमार पुत्र सोनपाल वाल्मीक निवासी बैदवा थाना अमापुर जनपद कासगंज एवं संपा खातून पुत्री शमशेर सेठ ग्राम नादिरपुर थाना कृष्णागंज जिला नादिया पंश्चिम बंगाल को ग्राम बैदवा थाना अमापुर जनपद कासगंज से गिरफ्तार (Arrested) कर लिया। अपहरणकर्ताओं की तलाशी में देशी पिस्टल, कारसूत, कार एवं मोबाइल बरामद किए गए। इसके अलावा अपहृत बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया गया।
एसपी चारु निगम ने गुरुवार को बताया कि पूछताछ करने पर अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उनका मुख्य साथी विशाल पुत्र राघवेन्द्र निवासी कनारपुर दखलीपुर थाना दिबियापुर जो अपहृत बच्चे का करीबी है। वह फिरौती की रकम लेने के लिये जनपद औरैया की तरफ गया है।
इस सूचना पर गठित टीमों द्वारा सर्विलांस व लोकेशन के माध्यम से बाउखेड़ा मोड़ थाना एरवाकटरा क्षेत्र से मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार (Arrested) कर लिया। 12 घंटे के अंदर बालक को मुक्त कराने पर अपर पुलिस महानिदेशक ने पुलिस अधीक्षक सहित टीम के सदस्यों को प्रशस्ति प्रमाणपत्र एवं 50 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है।