बिहार के भोजपुर जिले में घर से बाजार गई तीन नाबालिग बहनें वापस नहीं लौटीं। भाई और परिजन हर गली-मोहल्ले में उनकी तलाश कर रहे हैं कि कहीं उनकी बहनें मिल जाएं। 15 दिन से लापता तीनों बहनें कहां और किस हाल में हैं उन्होंने खाना खाया भी होगा या नहीं, परिजनों का यह सोच सोचकर बुरा हाल है। लड़कियों के माता-पिता भी इस दुनिया में नहीं है।
मामला भोजपुर जिले के सहार गांव का है। पिछले 15 दिन से तीन नाबालिग सगी बहनें घर से लापता हैं। लापता लड़कियों के परिवार वालों ने काफी खोजबीन भी की, लेकिन उनका कहीं कोई पता नहीं चल पाया। परिवार वालों ने उनकी गुमशुदगी को लेकर सहार थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है। पीड़ित परिवार ने लापता लड़कियों को मानव तस्कर के हाथों में पड़ने की आशंका जताई है। वहीं नाबालिग बहनों के लापता होने की गुत्थी सुलझाने में पुलिस अब तक नाकाम रही है।
रामविलस पासवान के निधन पर योगी ने जताया दुख, कहा- मन दुखी है
तीनों लड़कियां कहां और किस हाल में हैं यह पता नहीं चल रहा है। परिवार में तीनों नाबालिग लड़कियों के अलावा उसके दो सगे भाई हैं। माता-पिता का देहांत हो चुका है। बड़ा भाई मोहम्मद रुस्तम दिल्ली में मजदूरी करके परिवार चलाता था। लेकिन लॉक डाउन के कारण वह भी अब घर पर है। घर चलाने के लिए वह अब फेरी का काम करता है। तीन बहने और एक छोटा भाई अभी पढ़ाई करते हैं।
परिवार वालों के अनुसार 23 सितंबर को तीनों बहनें घर से बाजार के लिए निकली थीं। उसके बाद वापस घर नहीं लौटीं। बड़े भाई और उनके रिश्तेदारों ने कुछ दिन खुद ही लड़कियों को ढूंढने की काफी कोशिश की। लेकिन जब उनका पता नहीं चला तो उन्होंने सहार थाना में गुमशुदगी का मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया। जहां एफआईआर दर्ज कराने के 10 दिन बाद भी पुलिस तीनों बहनों का पता नहीं लगा पाई है।
शराबी ने पांच महिलाओं पर किया चाकू से हमला, फिर खुद कि गर्दन काट ली
जब इस मामले में सहार थानाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया कि एफआईआर दर्ज की गई है। गायब लड़कियों की तालाश की जा रही है, अब तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है जिसके निशानदेही पर पुलिस लड़कियों का पता लगा सके। बहरहाल लड़कियों के अचानक गायब होने के बाद से गांव के लोग काफी चिंतित हैं।