प्रयागराज। अपना दल (एस) अध्यक्ष व मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पूरी तैयारी के साथ मैदान पर उतरेगी। पार्टी का लक्ष्य जिलों में पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाना होगा।
श्रीमती पटेल ने जिला कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा कि पंचायत चुनाव में हमारी तैयारी ऐसी हो कि जिले की सबसे बड़ी पंचायत में अध्यक्ष की कुर्सी पर अपना दल एस का कार्यकर्ता बैठे। यह चुनाव 2022 के विधानसभा चुनाव का दर्पण है। इसलिए अब विचारों की लड़ाई में आगे बढ़ने का फैसला लेने का समय आ गया है।
उन्होने कहा कि लोकतंत्र के सभी स्तंभों में सभी वर्गों की समान हिस्सेदारी होनी चाहिए, यही सामाजिक न्याय है। न्यायपालिका में ओबीसी, एससी-एसटी का उचित प्रतिनिधित्व होना चाहिए। इस बाबत अखिल भारतीय न्यायिक सेवा का गठन अवश्य होना चाहिए। ताकि पिछड़ों, अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के मेधावी बच्चों की भी न्यायपालिका में उचित हिस्सेदारी हो।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश की लगभग 60 फीसदी आबादी अन्य पिछड़ा वर्ग के अंतर्गत आती है लेकिन इस आबादी से संबंधित समस्याओं का निवारण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के जरिए किया जाता है। मंत्रालय के पास अन्य कई विभाग हैं, जिसकी वजह से पिछड़ों के साथ पूरी तरह से न्याय नहीं हो पाता है। इसलिये पिछड़ों की समस्याओं के निदान के लिए ओबीसी मंत्रालय का गठन जरूरी है। अल्पसंख्यक मंत्रालय, आदिवासी मंत्रालय की तरह पिछड़ा वर्ग मंत्रालय का भी गठन किया जाए।
श्रीमती पटेल ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा 2019 सिविल सर्विसेज एक्जाम में पिछड़ा वर्ग के अभ्यार्थियों का कट-ऑफ सामान्य वर्ग से ज्यादा आने पर चिंता जताते हुए कहा कि यह बहुत बड़ी विसंगति है। इसे दूर करना जरूरी है। जो वर्ग सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक तौर पर पीछे हैं, उसी वर्ग के बच्चों को सामान्य वर्ग के कट-ऑफ से ज्यादा अंक लाना दु:खद है। इन ज्वलंत मुद्दों को हम सभी को हर गांव, चौक-चौराहों पर उठाने की जरूरत है।