मुर्शिदाबाद जिले के तृणमूल कांग्रेस नेता सागीर हुसैन की मतदान के दिन सोमवार सुबह मौत हो गई।
तृणमूल नेता की पत्नी के अनुसार, सागीर हुसैन को उम्मीदवार नही बनाये जाने के बाद से वे मानसिक रूप से टूट गए थे। उन्होंने खुद को एक कमरे में अलग कर लिया था। इस दिग्गज नेता के निधन पर जिला तृणमूल कांग्रेस के अंदर शोक की छाया है।
सागीर हुसैन मुर्शिदाबाद में शुरू से ही तृणमूल कांग्रेस के सदस्य रहे हैं। कहा जाता है कि वह उस जिले में पार्टी के ‘संस्थापक’ थे। पार्टी और नेता शुरू से ही उस पर भरोसा करते थे। इससे पहले, वह जिलाध्यक्ष थे। वह राज्य के पूर्व उपाध्यक्ष भी रहे हैं। सागीर हुसैन मुर्शिदाबाद शिक्षा संसद के पूर्व अध्यक्ष थे। वर्तमान में वह जिला तृणमूल के उपाध्यक्ष थे।
कानपुर देहात में अंतिम समय में शाम 5 बजे तक हुआ 60 फीसदी प्रतिशत मतदान
दो बार लोकसभा चुनावों में और दो बार विधानसभा चुनावों में, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए। हालांकि, इस बार भी उनके विधानसभा चुनाव में भगवानगोला निर्वाचन क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने की बात थी। इसे लेकर उन्होंने तैयारी भी कर ली थी। लेकिन पार्टी ने अंतिम समय पर अपना विचार बदल दिया।
उनकी जगह पर इदरीस अली को भगवांगोला सीट के लिए उम्मीदवार किया गया। तब से सागीर हुसैन घर में नजरबंद थे। वह मानसिक रूप से परेशान थे। उसके बाद पार्टी के किसी कार्यक्रम में उन्हें नहीं देखा गया था।
दो साल में सेना से रिटायर्ड हो चुके मेडिकल स्टाफ को वापस बुलाया, covid सेंटर पर होंगे तैनात
तृणमूल नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी के एक लंबे समय से सेवा कर रहे सैनिक की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया।