ज्योतिष शास्त्र में काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) को बहुत ही अशुभ माना गया है। ज्योतिष शास्त्र में कहा गया है कि जिस व्यक्ति की कुंडली में काल सर्प दोष होता है, वो जीवन पर कठिनाइयों और परेशानियों के बीच घिरा रहता है। काल सर्प दोष किसी भी काम में व्यक्ति को सफल नहीं होने देता। काल सर्प दोष व्यक्ति के जीवन से सुख, धन और शांति छीन लेता है।
वहीं मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya) पर कुछ उपाय करने से काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) से मुक्ति मिल सकती है। दरअसल, मौनी अमावस्या को हिंदू धर्म शास्त्रों मेंअति विशेष माना गया है। इस दिन स्नान और दान करना बेहद पुण्यकारी माना गया है। हिंदू धर्म शास्त्रों में मौनी अमावस्या पर कुछ ऐसे उपाय बताए गए हैं, जिनको करने से काल सर्प दोष से मुक्त हुआ जा सकता है। आइए जानते हैं वो उपाय क्या हैं।
इस साल मौनी अमावस्या कब
इस साल मौनी अमावस्या की तिथि की शुरुआत 28 जनवरी को शाम 7 बजकर 35 मिनट पर हो रही है। इस तिथि का समापन 29 जनवरी को शाम 6 बजकर 5 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में मौनी अमावस्या 29 जनवरी को मनाई जाएगी। इसी दिन महाकुंभ में दूसरा अमृत स्नान भी किया जाएगा।
काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) से मुक्ति के लिए मौनी अमावस्या पर करें ये उपाय –
नाग और नागिन का पूजन
मौनी अमावस्या के दिन चांदी के नाग और नागिन को पूजना चाहिए। फिर पूजन के बाद नाग और नागिन को किसी पवित्र नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। इस दिन चांदी के नाग और नागिन का पूजन करना बहुत ही शुभ माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, ऐसा करने से कुंडली का काल सर्प दोष (Kaal Sarp Dosh) समाप्त हो सकता है।
भगवान शिव का पूजन
मौनी अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान और दान करना तो पुण्यकारी माना ही गया है। काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए इस दिन भगवान शिव का पूजन किया जाना चाहिए। तांडव स्त्रोत का विधि-पूर्वक पाठ करना चाहिए। ऐसा करना काल सर्प दोष से मुक्ति में सहायक सिद्ध हो सकता है।
तुलसी का पूजन
हिंदू धर्म में तुलसी का पूजन बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। मौनी अमावस्या पर तुलसी का पूजन काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप
भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र बहुत ही शक्तिशाली माना गया है। मौनी अमावस्या पर महामृत्युंजय मंत्र जाप करना चाहिए। ये मंत्र काल सर्प दोष से मुक्ति दिला सकता है।