मेरठ। कंकरखेडा थाना क्षेत्र से सीमेंट व्यापारी विशाल के अपहरण की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पड़ोसी व्यापारी को फंसाने के लिए विशाल ने खुद अपने अपहरण की कहानी रची और फरार हो गया। पुलिस ने उसे चंडीगढ़ से बरामद करके पूरे नाटक का भंडाफोड़ कर दिया। पुलिस अपहरण की कहानी रचने वाले से पूछताछ करने में जुटी है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के खिर्वा रोड से बिल्डिंग मैटेरियल व्यापारी विशाल उर्फ सागर 14 सितंबर की रात को अचानक गायब हो गया था। विशाल के बहनोई ने उसके पड़ोसी सीमेंट व्यापारी पवन सोम व उसके बेटे समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी और सीसीटीवी फुटेज की तलाश होने लगी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि व्यापारी अपनी बाइक से मुजफ्फरनगर की ओर जा रहा है। इससे साफ हो गया कि उसका अपहरण नहीं हुआ है। पुलिस उसके मोबाइल की लोकेशन के आधार पर उसकी तलाश में जुट गई। पुलिस की टीमों ने शुक्रवार की देर रात उसे चंडीगढ़ सेक्टर 21 से बरामद कर लिया और शनिवार को मेरठ लेकर आ गई।
पुलिस को पूछताछ में विशाल ने बताया कि अपने पड़ोसी व्यापारी पवन सोम को फंसाने के लिए खुद का अपहरण होने की साजिश रची थी। पवन के अच्छे व्यापार उसे ईर्ष्या होती थी। 13 सितंबर को विशाल का पवन से झगड़ा हुआ तो उसने अपहरण की झूठी योजना बना ली। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने इस कथित अपहरण को खोलने के लिए पुलिस की चार टीमों का गठन किया था।
कंकरखेड़ा इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर ने बताया कि 14 सितंबर को विशाल अपने साथ दुकान से 28 हजार रुपए लेकर बाइक से चला गया। उसने सकौती में हाईवे किनारे खेत में बाइक छोड़ दी और रोडवेज बस में बैठकर दिल्ली पहुंच गया। वहां से चंडीगढ़ पहुंच गया। पुलिस विशाल से पूछताछ करने में जुटी है। अपहरण का षड्यंत्र रचने के मामले में विशाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।