नई दिल्ली| राज्यों में कोविड-19 से उपजी स्थिति, बाढ़ और रेड जोन इलाके में रहने वाले छात्रों के लिए डीयू में आकर या अपने घर से ओपन बुक परीक्षा देना मुश्किल है। छात्रों की स्थिति जानने के लिए डीयू को कॉलेजों से छात्रों के बारे में फीडबैक लेना चाहिए।
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आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन ने डीयू से इसकी मांग की है और यूजीसी से इस बाबत सर्वे करने का अनुरोध किया है। संगठन के प्रभारी हंसराज सुमन ने बताया कि डीयू के शैक्षिक सत्र 2020–21 के तीसरे और पांचवें की सेमेस्टर की ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं, जिनका लाभ 50 फीसदी छात्र ही ले पा रहे हैं, बाकी छात्रों के पास स्मार्टफोन, लैपटॉप, इंटरनेट कनेक्शन आदि की सुविधा नहीं है, ऐसे उनके समक्ष परीक्षा देने का भी संकट है।
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इस कारण परीक्षा संबंधी कोई भी फैसला लेने से पूर्व छात्रों का फीडबैक, छात्र संगठनों व छात्रों से उनकी इच्छा जानकर ही विश्वविद्यालय प्रशासन कोई उचित कदम उठाए। हम मांग करते हैं कि डीयू द्वारा दूसरे फेज की परीक्षाएं कराने से पूर्व छात्रों में सर्वे कराए कि अभी तक दूसरे राज्यों से आने वाले छात्र ऑफलाइन व ऑनलाइन परीक्षा के लिए कॉलेज आने के लिए तैयार है या नहीं।