हर साल 14 मार्च को मैथेमेटिकल कांस्टेंट Pi को याद करने के लिए इंटरनेशनल डे ऑफ मैथमैटिक्स ( International Day of Mathematics) या पाई डे (Pi Day) मनाया जाता है. पाई एक सर्कल की परिधि के व्यास के अनुपात को परिभाषित करता है. पाई का मान 3.14 होता है. पाई मैथ्स के सभी सिंबल में सबसे ज्यादा आसानी से पहचाने जाना वाला सिंबल है. इसे π के तौर पर पहचाना जा सकता है. ये दिन इसलिए भी खास है, क्योंकि इस दिन ही महान वैज्ञानिक Albert Einstein का जन्म हुआ था.
दुनियाभर में मैथ्स से प्यार करने वाले लोगों द्वारा रोजमर्रा की जिंदगी में इसके महत्व को पहचानने और उसकी सराहना करने के लिए पाई डे मनाया जाता है. मैथ्स की एजुकेशन देने और इसे लेकर जागरूकता बढ़ाने के मकसद से दुनियाभर में अलग-अलग स्कूलों, यूनिवर्सिटी और मैथ्स ऑर्गेनाइजेशन द्वारा इस दिन को सेलिब्रेट किया जाता है.
तारीखों के लिए month/date फॉर्मेट का पालन करने वाले लोग शायद ही जानते हैं कि आखिर 14 मार्च से इस दिन का क्या कनेक्शन है. दरअसल, 14 मार्च पाई की वैल्यू (3.14) को दिखाता है. 3.14 के हिसाब से देखें तो मार्च का महीना साल का तीसरा महीना होता है, जबकि 14 मार्च महीने का दिन है.
क्या है Pi Day Theme?
Pi Day 2023 की थीम Mathematics for Everyone है, जिसका प्रस्ताव फिलीपींस के ट्रेस मार्टियर्स सिटी नेशनल हाई स्कूल से मार्को जर्को रोटायरो ने दिया था.
क्या है इतिहास?
फिजिसिस्ट लैरी शॉ द्वारा 1988 में इस दिन को मान्यता दी गई थी, क्योंकि उन्होंने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को एक्सप्लोरेटोरियम में बड़े पैमाने पर उत्सव का आयोजन किया था. इस दिन को पहली बार पाई के आकार के पाई को काटकर मनाया गया था. पाई के मान की गणना सर्वप्रथम आर्किमिडीज ऑफ सिरैक्यूज नामक मैथमैटिशियन ने की थी.
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इसे बाद में सांटिफिक कम्युनिटी द्वारा स्वीकार किया गया, जब लियोनहार्ड यूलर ने 1737 में पाई के प्रतीक का इस्तेमाल किया. 2019 में यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल, साइंटिफिक एंड कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन (UNESCO) ने अपने 40वें जनरल कॉन्फ्रेंस में फैसला किया कि पाई डे को इंटरनेशनल मैथ्समैटिक्स डे के तौर पर मनाने का फैसला किया.