सनातन धर्म की रक्षा, विकास और विस्तार के लिए श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी महाकुंभ 2021 के दौरान एक लाख नागा संन्यासियों को दीक्षा दी जाएगी।
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने जानकारी देते हुए बताया कि महाकुंभ में 22 अप्रैल से 27 अप्रैल तक चलने वाले दीक्षांत कार्यक्रम में एक लाख संन्यासी बनाये जाएंगे। इस समयावधि में 12 संतों को महामंडलेश्वर भी बनाया जाएगा। एक लाख नागा संन्यासियों को दीक्षा देगा निरंजनी अखाड़ा।
महाकुंभ में संन्यासी अखाड़े अपने कुनबे को बढ़ाने का कार्य भी करते है। महाकुंभ के दौरान जहां साधु-संत धार्मिक अनुष्ठान करते हैं तो वहीं अपने अखाड़ों में नागा संन्यासी बनाने की दीक्षा का कार्य भी करते हैं।
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इसी क्रम में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी ने पत्रकारों को बताया कि निरंजनी अखाड़े में अभी लगभग ढाई से तीन लाख साधु हैं। जिनकी संख्या बढ़ाते हुए निरंजनी अखाड़ा महाकुंभ 2021 में आगामी 22 अप्रैल से 27 अप्रैल के मध्य दीक्षांत कार्यक्रम के तहत अपने अखाड़े में एक लाख नागा साधु बनाने जा रहा है।
उन्होंने बताया कि नागा संन्यासी महाकुंभ की शान होते हैं। यह अखाड़ों की परंपराओं का निर्वहन करते हुए धर्म की रक्षा में अपना सर्वस्व बलिदान कर देते हैं।
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महाकुंभ मेले में दर्द सजा की स्थापना के बाद नागा संन्यासियों को धर्म ध्वजा के नीचे दीक्षा देने की परंपरा चली आ रही है। उन्होंने बताया कि कड़ी साधना के बाद ही कोई सामान्य साधु नागा संन्यासी बनता है।