पंचांगीय गणना के अनुसार शनिवार के दिन नवंबर माह से वक्री चल रहे शनि (Shani) मार्गीय होंगे। ग्रहों का यह परिवर्तन सामाजिक, राजनीतिक परिवर्तन के साथ विभिन्न राशि के जातकों की किस्मत के द्वार खोलेगा।
4 नवंबर को रवि योग में शनि (Shani) होंगे मार्गी
नवग्रह में सर्वाधिक सुंदर ग्रह शनि (Shani) वर्तमान में कुंभ राशि में वक्री चल रहे हैं 4 नवंबर को इनका वक्रत्व काल समाप्त होगा,और वें मार्गी होंगे। कुंभ राशि पर ही मार्गी होने का यह क्रम आगे तक चलेगा। उनके मार्गी होने से बहुत कुछ परिवर्तन होंगे। व्यापार व्यवसाय टेक्नोलॉजी लोह उद्योग केमिकल आदि से जुड़े क्षेत्र में विशेष परिवर्तन तथा प्रगति होने का योग बन रहा है। शनि की साढे साती शनि (Shani) की महादशा शनि की अंतर्दशा या शनि का ढैया से जो जातक प्रभावित है उन सभी को राहत अनुभव होगा।
इन राशियों पर ऐसा रहेगा प्रभाव
–मेष : नए कार्य की प्राप्ति तथा आ रही बाधाओं का निवारण होगा।
–वृषभ : भाग्योन्नति के रास्ते खुलेंगे तथा आर्थिक लाभ होगा।
–मिथुन : स्वास्थ्य समस्या हल होगी तथा तनाव कम होगा।
–कर्क : कुछ मामलों में मौन लाभप्रद रहेगा, मान प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
–सिंह : अधिक सोचने से बचने का समय सब ठीक होगा।
–कन्या : कार्य क्षेत्र से जुड़े मामलों में बाहरी यात्रा सफल होगी।
–तुला : कोई बड़ा पद प्राप्त होने की संभावना है प्रयास करें।
–वृश्चिक : जमीन से जुड़े मामलों में लाभ होने की प्रबल संभावना है।
–धनु : भाग्य तथा कार्य का लाभ मिलेगा, हाथ आए अवसरों का जाने ना दें।
–मकर : समय पक्ष का होने जा रहा है, अंतिम ढैया लाभकारी रहेगा।
–कुंभ : शनि की कोशिश से आध्यात्मिक धार्मिक भावनाओं का निर्माण होगा।
–मीन : अपनों के सहयोग से अपका कोई बड़ी सफलता मिलेगी।