आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तर प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानून किसानों को बर्बादी की कगार पर खडा कर देंगे।
उन्होंने कहा कि इन कानूनों के खिलाफ आज पूरे देश का किसान खडा है। किसान दिन रात सडकों पर आंदोलन कर रहे हैं और सरकार के मंत्री मौज उडा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 28 फरवरी को मेरठ में किसान महारैली का आयोजन किया जाएगा जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भी भाग लेंगे।
शनिवार को झिंझाना रोड स्थित एमएस फार्म पर आप की समीक्षा बैठक में श्री सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि 28 फरवरी को मेरठ में किसान महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है जिसमें दिल्ली के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल भाग लेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से महापंचायत को सफल बनाने के लिए जीजान से जुटने का आहवान किया।
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इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानून पूरी तरह किसान विरोधी है। कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों के बारे में सरकार कहती है कि इन्हें बहका कर यहां बैठाया गया है, अगर ऐसा ही है तो भाजपा नेताओं को आंदोलन वाले स्थान पर बैठाकर दिखाओ। 90 साल के वृद्ध भी कडाके की ठंड में सडकों पर बैठे हैं, यह सरकार की तानाशाही का आलम है।
उन्होंने कहा कि जैसे सरकार ने किसानों को रोकने के लिए कंटीले तार लगाए हैं, ठीक उसी प्रकार किसान भी अपने गांव में कंटीले तार लगाकर भाजपा को जवाब देंगे। जब संसद में कृषि कानूनों को लेकर बिल लाया गया था तो उन्होंने सबसे पहले इसका विरोध किया था, उन्होंने बिल को फाड दिया था जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था। आज भाजपा किसानों की हड्डियां तोड रही है तो क्या भाजपा को निलंबित नहीं करना चाहिए।
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उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में महंगाई चरम पर पहुंच गयी है। पेट्रोल के दाम जहां 100 रुपये के करीब पहुंच गए हैं वहीं डीजल के दामो में भी बढोत्तरी हो रही है। गरीब मजदूर बुरी तरह परेशान है। उत्तर प्रदेश में अराजकता का माहौल है, योगी की सरकार में हर तरह अपराधों का बोलबाला है, आए दिन महिलाओं व युवतियों से दुष्कर्म की वारदातें हो रही है। यदि मुख्यमंत्री से उत्तर प्रदेश नहीं संभल रहा है तो वे इस्तीफा दे दें।