हैदराबाद। दिल्ली से 64 देशों के राजदूत बुधवार को हैदराबाद स्थित प्रमुख जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों-भारत बायोटेक एवं बायोलॉजिकल ई पहुंचे हैं। उन्हें भारत बायोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ कृष्णा एला द्वारा ब्रीफ किया जा रहा है। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन के विकास में वैश्विक दिलचस्पी को देखते हुए दुनिया को इससे अवगत कराने की पहली पहल की है।
Telangana: The 64 foreign envoys seated for briefing, at Bharat Biotech in Hyderabad. They are being briefed by Dr Krishna Ella, Chairman & Managing Director of Bharat Biotech International Limited.#COVID19 https://t.co/Oq6o7U8N7b pic.twitter.com/cmot8mGpo0
— ANI (@ANI) December 9, 2020
190 देशों के मिशनों को दी जानकारी
सरकारी सूत्रों ने बताया कि करीब एक महीने पहले भारतीय विदेश मंत्रालय ने 190 से ज्यादा देशों के राजनयिक मिशनों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों को कोविड-19 वैक्सीन के विकास से संबंधित मुद्दों पर जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय की ‘कोविड-19 ब्रीफिंग’ पहल के तहत ही भारत में विदेशी मिशनों के प्रमुखों को हैदराबाद का दौरा कराया जा रहा है।
दूसरे शहरों में भी जाएंगे राजनयिक
सूत्रों ने कहा कि विदेशी राजनयिकों को अन्य शहरों में भी ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 महामारी से निपटने में वैश्विक प्रयासों में अहम योगदान दे रहा है। सरकारी सूत्रों ने कहा, ‘भारत के वैक्सीन विकास के प्रयास में काफी रुचि ली जा रही है। 60 से ज्यादा मिशनों के प्रमुखों को हैदराबाद की प्रमुख जैव प्रौद्योगिकी कंपनियों-भारत बायोटेक और बायोलॉजिकल ई का अवलोकन कराया जाएगा।
तीन वैक्सीनों को लेकर होगी विशेषज्ञ समूह की बैठक
वहीं, भारतीय राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण ‘सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन’ (सीडीएससीओ) फाइजर, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के वैक्सीन को लेकर दिए गए आवेदनों की समीक्षा करेगा। तीनों कंपनियों ने वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को लेकर अनुमति मांगी है। इस संबंध में वैक्सीन को लेकर गठित विशेषज्ञ समूह बैठक करेंगे।
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कोरोना महामारी का कहर दुनियाभर में जारी है। विश्व में अब तक इस महामारी के 6.8 करोड़ मामलों की पुष्टि हुई है और कम से कम 190 देशों में अब तक 15 लाख से ज्यादा लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है। कोविड-19 से निपटने के लिए कई वैक्सीनों पर काम चल रहा है लेकिन ध्यान उनके उत्पादन पर है।
भारत पहले ही घोषणा कर चुका है कि उसके वैक्सीन के उत्पादन और वितरण क्षमता का उपयोग कोविड-19 महामारी से लड़ने में मानवता की मदद करने के लिए किया जाएगा और वह अन्य देशों की कोल्ड स्टोरेज चेन तथा भंडारण क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा।
दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक है भारत
भारत दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक है। जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है, ‘भारत के वैक्सीन उत्पादन और आपूर्ति की क्षमता का इस्तेमाल इस संकट से लड़ने में समूची मानवता की मदद के लिए किया जाएगा।