अयोध्या। बृजभूषण सिंह पर लगे यौन शोषण के आरोपों पर भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) ने आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में कुश्ती संघ (Wrestling Association) की कार्यकारिणी बैठक बुलाई थी, लेकिन अचानक इस बैठक को रद्द करने का निर्णय लिया गया है। बैठक टालने का फैसला खेल मंत्रालय की रोक के चलते लिया गया। अब 4 हफ्ते तक यह बैठक नहीं होगी। तय बैठक में बृजभूषण अपना पक्ष कार्यकारिणी के सदस्यों के सामने रखने वाले थे।
शनिवार शाम खेल मंत्रालय ने WFI के असिस्टेंट सेक्रेटरी विनोद तोमर को अनुशासहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया था। इसके साथ ही पहलवानों के आरोपों की जांच पूरी होने तक WFI की गतिविधियों पर तत्काल रोक लगा दी गई थी। खेल मंत्रालय की इस रोक के चलते ही मीटिंग टालने का फैसला किया गया। खेल मंत्री ने इस मामले पर एक निगरानी कमेटी का गठन करने का निर्णय लिया था। ये कमेटी 4 सप्ताह में अपनी जांच पूरी करेगी और WFI और उसके प्रमुख के खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों की गहन जांच करेगी।
क्या है कुश्ती संघ (Wrestling Association) में चल रहा विवाद?
बृजभूषण शरण सिंह पर महिला कुश्ती खिलाड़ियों ने यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। उन पर भारतीय कुश्ती संघ का अध्यक्ष पद छोड़ने का दवाब बनाया जा रहा है, लेकिन वह इस्तीफा देने को राजी नहीं हैं। खेल मंत्रालय ने सभी गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाते हुए WFI को गोंडा (यूपी) में चल रहे रैंकिंग टूर्नामेंट को रद्द करने का निर्देश दिया था। मंत्रालय ने इस आयोजन में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों से लिए गए प्रवेश शुल्क को वापस करने के निर्देश भी दिए थे।
ओलंपिक संघ ने भी बनाई जांच कमेटी
इस मसले पर दिल्ली में स्थित जंतर-मंतर पर पहलवान लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद खेल मंत्रालय के अफसरों ने उनसे मुलाकात की। खेल मंत्री ने उन्हें डिनर पर बुलाया और बातचीत की। उनकी मांगें सुनने के बाद जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। हालांकि, बात नहीं बनने पर पहलवान अगले दिन भी धरने पर डटे रहे। भारतीय ओलंपिक संघ ने शिकायतों को गंभीरता से लिया और सात सदस्यीय जांच कमेटी बनाने का फैसला लिया।