लाइफ़स्टाइल डेस्क। श्रावण शुक्ल पक्ष की उदया तिथि अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। प्रत्येक महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गाष्टमी का व्रत किया जाता है। इस दिन मां दुर्गा की उपासना की जाती है। इस दिन सावन का चौथा सोमवार भी पड़ रहा है। अष्टमी तिथि 27 जुलाई को सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर शुरू होकर सोमवार सूर्योदय से पहले 4 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। इसके साथ ही श्रावण मास का चौथा सोमवार है। इस दिन शिव जी की विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जायेगी।
27 जुलाई को श्रावण मास के चौथे सोमवार और श्री दुर्गाष्टमी व्रत के खास मौके पर विभिन्न उपाय करके आप हर समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
अगर आप एक डॉक्टर हैं या सर्जन हैं, तो अपने काम की बेहतरी सुनिश्चित करने के लिये आज श्रावण सोमवार के दिन आपको सूत का धागा लेकर बेल के पेड़ पर सात बार लपेटना चाहिए और उसके बाद हाथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपके काम की बेहतरी सुनिश्चित होगी।
अगर आपको अपने हर काम में बाधा ही बाधा नजर आ रही है और उससे बाहर निकलने की कोई राह नहीं मिल रही है, तो आज श्रावण सोमवार के दिन किसी मंदिर या धार्मिक स्थल पर दान करें। आज के दिन ऐसा करने से आपको जल्द ही बाधाओं से बाहर निकलने की कोई राह मिलेगी और आपके काम बनने लगेंगे।
अगर पिता के साथ आपके वैचारिक मतभेद बने रहते हैं और अक्सर छोटी-छोटी बातों पर उनके साथ विवाद की स्थिति बन जाती है, तो आज के दिन पक्षियों को बाजरा खिलाएं। साथ ही पक्षियों के लिए एक मिट्टी के बर्तन में पानी भरकर रखें। यहां एक बात का ध्यान रखना बाजरा या पानी पक्षियों के लिए रखना है कबूतरों के लिए नहीं। आज के दिन ऐसा करने से पिता के साथ आपके वैचारिक मतभेद समाप्त होंगे और संबंध बेहतर बनेंगे।
अपने घर के सदस्यों की खुशहाली के लिये और उनकी तरक्की के लिये आज श्रावण सोमवार के दिन स्नान आदि के बाद शिव मन्दिर जाकर सबसे पहले शिवलिंग पर शुद्ध जल चढ़ाएं और धूप-दीप आदि से भगवान की पूजा करें। शाम के समय फिर से संभव हो तो स्नान करके साफ कपड़े पहनकर शिव मन्दिर जायें। अगर दोबारा स्नान नहीं कर सकते तो केवल हाथ-पैर धोकर, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर मन्दिर में जायें और वहां जाकर ठीक सुबह की तरह धूप-दीप आदि से भगवान शंकर की पूजा करें। अगर दोनों समय पूजा करना आपके लिये संभव नहीं है तो केवल शाम के समय शिव पूजा करें और सुबह घर पर ही भगवान का आशीर्वाद ले लें। आज के दिन ऐसा करने से आपके परिवार की खुशहाली हमेशा बनी रहेगी।
अगर आपको या आपके परिवार के किसी भी सदस्य को कोई पुरानी स्वास्थ्य सम्बन्धी बीमारी है और आप उससे जल्द से जल्द छुटकारा पाना चाहते हैं, तो आज शाम के समय घर में किसी एकांत जगह पर आसन बिछाकर बैठ जायें और महामृत्युंजय मंत्र का 11 बार जप करें। मंत्र है-
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
मंत्र जप करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आपके सामने कोई न आए और जप के बाद सबसे पहले भगवान शिव के दर्शन करने चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपको या परिवार में किसी को भी स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्या है तो उससे छुटकारा मिलेगा।
अगर आपको हर समय किसी न किसी चीज़ का भय बना रहता है, तो इसके लिये आज श्रावण सोमवार के दिन शाम के समय शिव जी की प्रतिमा के आगे दीपक जलाकर, आसन बिछाकर पश्चिम दिशा की ओर मुंह करके बैठना चाहिए और संभव हो तो रुद्राक्ष या चंदन की माला से “ऊँ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें। अगर आपके पास रुद्राक्ष या चन्दन की माला उपलब्ध नहीं है तो करमाला पर गिनकर 108 बार मंत्र का जाप कर लें। आज के दिन ऐसा करने से आपको कभी किसी चीज़ का भय नहीं होगा और स्वयं के अंदर एक नयी ऊर्जा महसूस करेंगे।
अगर आपकी सेहत में लगातार उतार-चढ़ाव बने रहते हैं, जिसके चलते आप अपने काम को समय पर नहीं कर पाते हैं, तो आज दुर्गाष्टमी के दिन आपको सुबह स्नान आदि के बाद मां दुर्गा की विधि-पूर्वक पूजा करनी चाहिए और कपूर से उनकी आरती करनी चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपको अपनी सेहत में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव से छुटकारा मिलेगा और आप अपने कामों को समय पर पूरा कर पायेंगे।
अगर आप अपने बच्चों के करियर को बेहतर गति देना चाहते हैं, आप चाहते हैं कि आपके बच्चे खूब तरक्की करें तो आज के दिन आपको देवी दुर्गा के इस खास मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-
या देवी सर्व भूतेषु विद्या रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नमः।।
आज के दिन आपको इस मंत्र का 11 बार जाप करना चाहिए और जाप के बाद देवी मां के आगे घी का दीपक जलाना चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपके बच्चों के करियर को बेहतर गति मिलेगी और उनकी तरक्की सुनिश्चित होगी।
अगर आपको किसी चीज़ का भय बना रहता है या आपको कोई नया काम शुरू करने से डर लगता है तो अपने भय पर, अपने डर पर काबू पाने के लिये आज के दिन आपको देवी दुर्गा के मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-
जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्ति हारिणी।
जय सर्वगते देवि कालरात्रि नमोस्तु ते।।
आज के दिन आपको इस मंत्र का दो बार जाप करना चाहिए और जाप के बाद मन्दिर की घंटी बजानी चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आप जल्द ही अपने भय पर काबू पा लेंगे।
अगर आप कोई नई चीज़ सीखना चाहते हैं और आपको आर्थिक रूप से उसमें कोई परेशानी आ रही है तो आज श्रावण के आखिरी सोमवार के दिन आपको शिव जी के इस मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-
‘नमामिशमीशान निर्वाण रूपं
विभुं व्यापकं ब्रह्म वेद स्वरूपं’।।
शिवजी के इस मंत्र जाप के साथ ही आपको भगवान शिव को पुष्पांजलि अर्पित करनी चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आप नई चीज़ों को सीखने में सफल होंगे और आपकी आर्थिक परेशानी भी दूर होगी। अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसी से शादी करना चाहते हैं तो आज श्रावण सोमवार के दिन आपको शिव जी इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-‘निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं। चिदाकाश माकाश वासं भजेऽहं’।।
इस मंत्र जाप के साथ ही आपको शिवलिंग पर दही से अभिषेक करना चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपका प्यार जल्द ही आपका जीवनसाथी बन जायेगा। अगर आप अपनी जिंदगी को खुशहाल बनाना चाहते हैं तो आज श्रावण सोमवार के दिन आपको भगवान शंकर के अघोर मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र इस प्रकार है-
‘ऊँ अघोरेभ्यो अथघोरेभ्यो, घोर घोर तरेभ्यः।
सर्वेभ्यो सर्व शर्वेभ्यो, नमस्ते अस्तु रूद्ररूपेभ्यः’।।
इस अघोर मंत्र के साथ ही आज के दिन आपको शिवलिंग पर जल में फूल डालकर चढ़ाने चाहिए। आज के दिन ऐसा करने से आपकी जिंदगी खुशहाल बनी रहेगी।