लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि राज्य में अब तक लगभग 16 लाख सैम्पलों की जांच की गयी है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बुधवार को यहां बताया कि राज्य में टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। मंगलवार को एक दिन में 45,650 सैम्पल की जांच की गयी। कोविड-19 की जांच में 15 लाख का आकड़ा पार करते हुए प्रदेश में अब तक लगभग 16 लाख सैम्पल की जांच की गयी है।
उन्हाेंने बताया कि राज्य विगत 24 घंटे में कोरोना के 2308 नये मामले आये है जबकि 20,825 कोरोना के मामले एक्टिव हैं। अब तक 33,500 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके हैं। प्रदेश में सर्विलांस की कार्रवाई के तहत 1,79,475 सर्विलांस टीम द्वारा 1,29,66,597 घरों के 6,60,23,971 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप से अलर्ट जनरेट आने पर कन्ट्रोल रूम द्वारा निरन्तर फोन किया जा रहा है। अलर्ट जनरेट होने पर अब तक 3,50,437 लोगों को कंट्रोल रूम द्वारा फोन कर जानकारी प्राप्त की गयी।
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श्री प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में एल-1, एल-2, एल-3 स्तर के कोविड अस्पतालों में कुल 1.51 लाख बेड उपलब्ध है। कोविड-19 रोगियों को कुछ शर्तों के साथ होम आइसोलेशन की सुविधा प्रदान की जा रही है। इससे कोरोना के मरीजों के डिस्चार्ज की भी नई व्यवस्था लागू की गयी है।
होम आइसोलेशन में रखे गये व्यक्ति में होम आइसोलेशन प्रारम्भ होने के उपरांत दस दिनों की अवधि में किसी प्रकार का कोई लक्षण परिलक्षित होता है तो ऐसे व्यक्ति की आयु, लक्षण तथा को-माॅर्बिडिटीज की स्थिति के अनुसार कोविड उपचार इकाई में भर्ती कराया जायेगा। होम आइसोलेशन प्रारम्भ होने के उपरांत दस दिनों तक किसी प्रकार का कोई लक्षण प्रदर्शित न होने की स्थिति में रोगी को रिकवर माना जायेगा। इसी प्रकार कोविड फैसिलिटी में भर्ती लक्षणविहीन व्यक्तियों को प्रारम्भिक जांच के 10वें दिन या भर्ती होने के सातवें दिन पर बिना किसी जांच के डिस्चार्ज किया जायेगा, ऐसे व्यक्तियों को डिस्चार्ज होने के उपरांत घर पर अनिवार्य होम आइसोलेशन में रहना होगा।
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उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों के लिए 18001805146 टोल फ्री नम्बर जारी किया गया है। जिसमें वो अपने स्वास्थ्य संबंधी अपडेट दे सकते है। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के लिए थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर अपने पास रखना अनिवार्य है। होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों को दिन में दो बार अपने तापमान एवं ऑक्सीजन लेवल की जांच कर कंट्रोल रूम को सूचित करना होगा।
श्री प्रसाद ने बताया कि टेली मेडिसिन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के ई-संजीवनी पोर्टल का भी व्यापक स्तर पर उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से लोग घर बैठे पोर्टल पर उपलब्ध डाॅक्टरों से टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सीय सलाह ले सकते है। इस पोर्टल पर फोन नम्बर के माध्यम से पंजीकरण कराया जा सकता है। उन्हाेंने बताया कि ई-संजीवनी के पर्चे पर सरकारी चिकित्सालयों से भी दवाईयां मिल सकती है।