गाजियाबाद एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाते रहते हैं, वहीं रविवार की रात को ट्रैफिक पुलिस के एक सिपाही ने अपनी जान पर खेलकर तीन जिंदगियों को बचा लिया और उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम रोशन कर दिया।
पुलिस उपमहानिरीक्षक व अधीक्षक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने सिपाही के इस अदम्य साहस के लिए 10 हजार के नकद रुपये से पुरस्कृत किया है। हालांकि इस दौरान सिपाही अरुण कुमार तीन लोगों को बचाते हुए खुद भी आग में झुलस गुए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस महकमे में अरुण कुमार की इस कार्य की प्रशंसा हो रही है।
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दरअसल, रविवार को देर रात्रि में दिल्ली हापुड़ रोड, ईस्टर्न पेरीफेरल के पास दो कारों के आपस में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक कार में आग लग गयी थी। कार में 02 पुरूष एवं 01 महिला सवार थे।
इस दौरान ईस्टर्न पेरीफेरल चढ़ाव पर किसान आंदोलन के दौरान यातायात व्यवस्था ड्यूटी पर तैनात सिपाही अरूण कुमार को इसकी जानकारी मिली तो वह तत्परता दिखाकर अपनी जान की परवाह न करते हुए अपने ड्यूटी प्वाईन्ट से लगभग 200 मीटर दूर दुर्घटना स्थल पर पहुंच गए और कार में सवार दोनों पुरूष एवं महिला को तत्काल कार से बाहर निकलवाकर उपचार के लिये शिवालिक अस्पताल भिजवाया।
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इस दौरान अरूण कुमार के हाथ एवं पैर झुलस गये, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। उधर पुलिस उपमहानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने सिपाही की बहादुरी एवं कर्तव्य परायणता की प्रशंसा करते हुए उत्साहवर्धन के लिए सिपाही अरुण कुमार को 10 हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है।