केरल विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहीं ट्रांसजेंडर उम्मीदवार अनन्या कुमारी एलेक्स अब चुनाव नहीं लड़ेंगी। उन्होंने सियासी रण से नाम वापल लेने का फैसला किया है। उन्होंने अपने इस फैसले के कारण पार्टी की तरफ से मिल रही मानसिक यातना बताया है। उन्होंने पार्टी नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 140 सीटों वाली केरल विधानसभा में 6 अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होना है। राज्य में वाम दल की सरकार है।
एलेक्स मलप्पुरम जिले में वेंगारा निर्वाचन क्षेत्र से डेमोक्रेटिक सोशल जस्टिस पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि DSJP के नेताओं ने उन्हें लगातार मानसिक रूप से परेशान किया है। उन्होंने पार्टी के नेताओं पर चुनावी प्रतिद्विंदियों और एलडीएफ सरकार के खिलाफ बयानबाजी के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने दावा किया है कि पार्टी के नेताओं ने उन्हें अपमानित किया है।
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इस सीट से यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट के दल इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के पीके कुन्हालीकुट्टी और लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के नेता चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा भी उन्होंने DSJP नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि प्रचार करने के दौरान उन्हें परदे में रहने के लिए कहा जाता था। साथ ही एलेक्स का कहना है कि उन्हें एक वेश्या के तौर पर भी दिखाया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं ने उनका इस्तेमाल किया है।
एलेक्स बताती हैं कि उन्होंने केरल में ट्रांसजेंडर लोगों के प्रतिनिधित्व को लेकर यह चुनाव लड़ने का फैसला किया था। मेरे पास मेरा भी एक व्यक्तित्व है। उन्होंने बताया कि अपने साथ हो रहे बर्ताव का विरोध करने पर पार्टी के नेताओं ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।
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साथ ही उन्होंने साफ कर दिया है कि वेंगारा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए पार्टी ने ही उन्हें चुना था। यह उनका फैसला नहीं था। कुमारी केरल की पहली ट्रांसजेंडर रेडियो जॉकी हैं। वे मेकअप आर्टिस्ट और न्यूज एंकर भी रह चुकी हैं।