ज्योतिष शास्त्र में बुध (Budh) ग्रह को बुद्धि, संवाद, व्यापार, निर्णय क्षमता और शिक्षा का कारक माना गया है। जब बुध तुला राशि में प्रवेश करता है, तो यह लोगों के जीवन में संतुलन, स्पष्ट सोच और रिश्तों में सामंजस्य का वातावरण बनाता है। तुला राशि कूटनीति, साझेदारी और संतुलन की राशि है, ऐसे में बुध का यहां प्रवेश विशेष प्रभाव लेकर आता है। इस बार 3 अक्टूबर 2025 को बुध का तुला राशि में गोचर हो रहा है। इसका असर सभी राशियों पर पड़ेगा, खासतौर पर रिश्तों, करियर, वित्त, निर्णय और शिक्षा के क्षेत्र में। मिथुन, कन्या, तुला, धनु, मकर, कुम्भ और मीन राशि वालों को विशेष लाभ मिल सकता है।
मेष
बुध (Budh) आपके सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। यह गोचर साझेदारी, विवाह और व्यापारिक संबंधों पर ध्यान देगा। आपके साथी या भागीदार के साथ संवाद बेहतर होगा। पहले भाव पर बुध का प्रभाव आत्मविश्वास और अभिव्यक्ति को बढ़ाएगा।
उपाय:
बुधवार को जरूरतमंदों को हरी मूंग दाल अर्पित करें।
प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
वृषभ
बुध (Budh) आपके षष्ठ भाव में रहेंगे। इसका असर प्रतियोगिता, स्वास्थ्य और सेवा पर पड़ेगा। कार्य में चुनौतियां आएंगी लेकिन बुद्धि से आप उन्हें पार करेंगे। खर्च में वृद्धि हो सकती है, इसलिए वित्त का ध्यान रखें।
उपाय:
जरूरतमंद महिलाओं को हरे वस्त्र दान करें।
तुलसी के पत्ते जल में डालकर भगवान विष्णु को अर्पित करें।
मिथुन
बुध (Budh) आपके पंचम भाव में रहेंगे, जिससे रचनात्मकता, प्रेम और शिक्षा में वृद्धि होगी। ग्यारहवें भाव पर बुध का प्रभाव वित्तीय लाभ और नेटवर्किंग को बढ़ावा देगा। यह छात्रों और रचनात्मक पेशेवरों के लिए अनुकूल समय है।
उपाय:
बुधवार को गायों को हरी घास खिलाएं।
प्रतिदिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जप करें।
कर्क
बुध (Budh) आपके चतुर्थ भाव में रहेंगे। यह गृहस्थ जीवन और संपत्ति मामलों पर ध्यान देगा। यह समय रियल एस्टेट निर्णयों और पारिवारिक सद्भाव के लिए अनुकूल है। दशम भाव पर बुध का प्रभाव करियर और सार्वजनिक छवि में सुधार लाएगा।
उपाय:
छात्रों को स्टेशनरी सामग्री दान करें।
प्रतिदिन ध्यान करें।
सिंह
बुध (Budh) आपके तृतीय भाव में रहेंगे। यह संवाद, साहस और भाई-बहन के रिश्तों को मजबूत करेगा। नवम भाव पर बुध का प्रभाव शिक्षा, आध्यात्मिक विकास और भाग्य को लाभ देगा। यह सीखने और विस्तार के लिए अच्छा समय है।
उपाय:
बच्चों में हरे फल वितरित करें।
बुधवार को भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं।
कन्या
बुध (Budh) आपके दूसरे भाव में रहेंगे। इसका प्रभाव वित्त, वाणी और पारिवारिक संबंधों पर पड़ेगा। संवाद और वित्तीय योजना में सुधार होगा। अष्टम भाव पर बुध का दृष्टि प्रभाव संयुक्त निवेश में सावधानी का संकेत देता है।
उपाय:
बुधवार को व्रत रखें और भगवान विष्णु की पूजा करें।
जरूरतमंदों को हरी सब्जियां दान करें।
तुला
बुध (Budh) आपके पहले भाव में प्रवेश करेंगे। इससे आकर्षण, संवाद और आत्म-अभिव्यक्ति बढ़ेगी। सप्तम भाव पर बुध का दृष्टि प्रभाव विवाह और साझेदारी को मजबूत करेगा। यह आत्म-विकास के लिए अच्छा समय है।
उपाय:
विवाहित महिलाओं को हरी चूड़ियाँ भेंट करें।
बुधवार को ॐ बुम बुधाय नमः का जाप करें।
वृश्चिक
बुध (Budh) आपके बारहवें भाव में रहेंगे। इसका असर आध्यात्मिकता, खर्च और विदेश संबंधों पर पड़ेगा। षष्ठ भाव पर बुध का दृष्टि प्रभाव विवाद समाधान और कार्य कुशलता को बढ़ावा देगा। यह आध्यात्मिक विकास का समय है।
उपाय:
तुलसी के पौधे को रोज़ पानी दें।
गरीबों को दवाइयां दान करें।
धनु
बुध (Budh) आपके ग्यारहवें भाव में रहेंगे। इससे आय, लाभ और इच्छाओं की पूर्ति होगी। पंचम भाव पर बुध का प्रभाव रचनात्मकता, प्रेम और शिक्षा को लाभ देगा। नेटवर्किंग से सफलता संभव है।
उपाय:
बुधवार को बच्चों में मिठाई वितरित करें।
विष्णु चालीसा का प्रतिदिन पाठ करें।
मकर
बुध (Budh) आपके दसवें भाव में रहेंगे। यह करियर, प्रतिष्ठा और नेतृत्व को मजबूत करेगा। चतुर्थ भाव पर बुध का प्रभाव गृह जीवन और भावनात्मक स्थिरता में सुधार लाएगा। यह करियर और घर में संतुलन का समय है।
उपाय:
गायों को हरा चारा खिलाएं।
बुधवार को हरी दाल दान करें।
कुंभ
बुध आपके नवम भाव में रहेंगे। यह उच्च शिक्षा, यात्रा और आध्यात्मिक विकास को बढ़ावा देगा। तृतीय भाव पर बुध का प्रभाव संवाद और भाई-बहन के रिश्तों को मजबूत करेगा। यह अध्ययन और यात्रा के लिए शुभ समय है।
उपाय:
भगवान विष्णु को हरी इलायची अर्पित करें।
जरूरतमंद छात्रों को किताबें या स्टेशनरी दान करें।
मीन
बुध (Budh) आपके अष्टम भाव में रहेंगे। इसका असर परिवर्तन, विरासत और अचानक बदलाव पर होगा। द्वितीय भाव पर बुध का दृष्टि प्रभाव वित्त, वाणी और पारिवारिक सद्भाव में सुधार लाएगा। स्पष्ट संवाद चुनौतियों को पार करने में मदद करेगा।
उपाय:
विष्णु मंदिर में हरे वस्त्र अर्पित करें।
बुधवार को गरीबों को भोजन दें।
निष्कर्ष:
3 अक्टूबर 2025 को तुला राशि में बुध गोचर संतुलन, स्पष्टता और बदलाव लेकर आएगा। यह करियर, रिश्तों, वित्त और शिक्षा में लाभदायक रहेगा। सुझाए गए उपाय और बुध की बुद्धिमत्ता का सही उपयोग इस गोचर का अधिकतम लाभ दिलाएंगे।