कानपुर में तो बदमाशों ने जीएसटी अधिकारियों की कस्टडी से सुपारी से भरा ट्रक ही हथियार बंद बदमाशों ने लूट लिया। इस दौरान ट्रक में सवार हुए सिपाहियों को पीटकर बदमाशों ने बाहर फेंक दिया। इस घटना ने जहां कानून व्यवस्था और सरकार के दावों की पोल खोल दी, वहीं जीएसटी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
कानपुर-इलाहबाद नेशनल हाइवे पर कानपुर के सुपारी माफिया गैंग ने रायफल तमंचों के बल पर जीएसटी अधिकारियों से सरेआम सुपारी का ट्रक लूट लिया। इतना ही नहीं ट्रक कस्टडी में लिए दो सिपाहियों को पीटकर बदमाशों ने ट्रक से नीचे फेंक दिया। जीएसटी के जॉइंट कमिश्नर की टीम ने जब इसका विरोध किया तो इन माफियाओं ने जीएसटी अधिकारियों पर रायफल तान दी और उन्हें चुप करा दिया। इसके बाद आरोपी ट्रक लेकर फरार हो गए।
इस लूट की एफआईआर जीएसटी अधिकारियों ने फतेहपुर के कल्याणपुर थाने में दर्ज कराई है। इस घटना से लखनऊ तक हड़कंप मच गया है। कानपुर जीएसटी मुख्यालय में खुद जीएसटी के असिस्टेंट कमिश्नर पूरी कार्रवाई की जानकारी ले रहे हैं। कानपुर में इसके पहले जीएसटी अधिकारियों के साथ इस तरह बीच सड़क पर कभी ऐसी घटना नहीं हुई है।
दरअसल, सीएम योगी ने सुपारी और पान मसाले में टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ 20 अगस्त से जीएसटी टीम का विशेष अभियान चलाने के आदेश दिए थे। उसी अभियान के तहत रविवार की रात लखनऊ से कानपुर मुख्यालय को सूचना दी गई थी कि नागपुर से एक ट्रक सुपारी टैक्स चोरी करके लाई जा रही है। कानपुर के सिंह इंटरप्राइजेज को नागपुर के क्रान्ति सप्लायर ने भेजी है। सूचना के आधार पर जीएसटी के ज्वाइंट कमिश्नर प्रदीप सिंह की टीम ने ट्रक को कानपुर नेशनल हाइवे पर कैच कर लिया। लेकिन ट्रक ड्राइवर ट्रक लेकर भाग निकला। जिसे जीएसटी टीम ने फतेहपुर के कल्यापुर थाना इलाके में पकड़ लिया।
ट्रक में जीएसटी से संबंधित कोई कागज़ नहीं थे। इसके बाद जीएसटी टीम ने दो पुलिसवालों को ट्रक में बैठा दिया और उसे कानपुर की ओर लेकर चल पड़े। लेकिन रास्ते में ही कानपुर से आए माफिया लालजी शुक्ला, अजय द्विवेदी और डीके जैन ने रात डेढ़ बजे अपने हथियार बंद गुंडों के साथ ट्रक और जीएसटी टीम को घेर लिया। बदमाशों ने ट्रक में बैठे सिपाहियों को मारपीट कर ट्रक से नीचे फेंक दिया। जब जीएसटी अधिकारियों ने विरोध किया तो उन पर भी रायफल और तमंचे तान दिए। फिर जान से मारने की धमकी देकर ट्रक लूटा और मौके से फरार हो गए।
जीएसटी अधिकारियों के साथ बीच नेशनल हाइवे पर घटी इस वारदात से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। फिर जीएसटी अधिकारियों ने रात में ही सुपारी माफिया लाल जी शुक्ला, अजय द्विवेदी और डीके जैन समेत उनके गैंग के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
घटना के शिकार जीएसटी अधिकारियों ने आला अफसरों को पूरी घटना बताई। घटना के शिकार ज्वाइंट कमिश्नर प्रदीप सिंह रात की दहशत अभी तक भूल नहीं पा रहे हैं। उनका कहना है कि रात में माफिया उनकी हत्या भी कर सकते थे। वे जीएसटी टीम को जान से मारने ही आए थे। वैसे इस मामले में पुलिस की कई टीमें अपराधियों की तलाश में लगी हैं। जानकारी के मुताबिक सभी माफिया कानपुर के ही रहने वाले हैं। ये सभी सुपारी तस्करी गैंग से जुड़े हैं।
वहीं, असिस्टेंट कमिश्नर प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि लाल जी शुक्ला का एक बड़ा गैंग है। इसी गैंग ने रात को हमारे अधिकारियों पर हमला किया था। इसकी सूचना शासन स्तर पर दे दी गई है। ये गैंग पहले भी हमारे अधिकारियों से भिड़ चुका है।