डोनाल्ड ट्रंप की चेतानवी के बाद अमेरिका ने यमन के हूतियों पर हवाई हमले (Airstrike) शुरू कर दिए हैं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि लाल सागर में जहाजों पर हमलों के जवाब में ‘नरक की बारिश होगी।’ अमेरिका के इन हवाई हमलों (Airstrike) में कम से कम 25 लोग मारे गए हैं और दर्जनों घायल हैं।
ये हमले हूतियों की ओर से गाजा में मानवीय मदद रोके जाने के विरोध में लाल सागर में इजराइल से जुड़े जहाजों पर हमले फिर से शुरू करने की धमकी के बाद हुए हैं। बता दें कि इजराइल ने पिछले तीन हफ्तों से गाजा में किसी भी तरह की ऐड पर बैन लगा दिया है, जिसकी वजह से करीब 20 लाख लोगों पर भुखमरी का खतरा मंडरा रहा है। हूतियों ने धमकी दी थी कि अगर बैन नहीं हटा, तो वह लाल सागर में फिर से हमले शुरू करेंगे, जिसके बाद ट्रंप ने यमन पर हमले के आदेश दिए हैं।
दिसंबर में किया था आखिरी हमला
ध्यान देने वाली बात है कि यमन के हूतियों ने लाल सागर में आखिरी हमला दिसंबर में किया था। गाजा में संघर्ष विराम के बाद हूतियों ने अपने हमले रोक दिए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने इन हमलों का आदेश देते हुए कहा कि यह हूती हमलों को रोकने के लिए है, साथ ही व्हाइट हाउस प्रशासन ने भी संकेत दिए हैं कि यह एक लंबा अभियान हो सकता है।
व्हाइट हाउस की प्रेस रिलीज में कहा गया है कि हमलों से पहले, सालाना 25 हजार शिप लाल सागर से गुजरते थे। अब यह संख्या घटकर 10 हजार रह गई है, इसलिए जाहिर है, यह राष्ट्रपति की इस अवधारणा को खारिज करता है कि वास्तव में कोई भी इस क्षेत्र से नहीं गुजरता है।
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प्रेस रिलीज में 2023 से अब तक अमेरिकी वाणिज्यिक जहाजों पर 145 बार हमला किया गया है और आखिरी हमला दिसंबर में हुआ था, जोकि ट्रंप के शपथ ग्रहण से पहले है।