प्राचीन काल से ही घरों में तुलसी (Tulsi) का पौधा लगाने की और उसको प्रतिदिन जल चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। शास्त्रों में तुलसी के पौधे को लक्ष्मी का रूप बताया गया है, यानि जहां पर तुलसी होती है वहां लक्ष्मी जी का आगमन होता ही है। यह एक अद्भुत औषधिय पौधा है। तुलसी का पौधा घर में लगाने से निगेटिव ऊर्जा नष्ट होती है और पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ती है।
तुलसी (Tulsi) का पौधा घर में आने वाली विपत्ति को रोकने के साथ-साथ रोगों के नाश के लिये भी एक अच्छा उपाय है। साथ ही यह परिवार की आर्थिक स्थिति के लिये भी शुभ होती है। तुलसी (Tulsi) का पौधा घर में होने से मन को शांति और प्रसन्नता मिलती है। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से तुलसी को किस दिशा में लगाना शुभ मना जाता है।
इस दिशा में लगाएं तुलसी (Tulsi)
वास्तु के अनुसार घर में तुलसी के पौधे के लिये उत्तर, उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा का चुनाव करना चाहिए। इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाना घर में सकारात्मक ऊर्जा पैदा करने वाला होता है. इसके अलावा आप ईशान कोण, यानि उत्तर-पूर्व दिशा में भी तुलसी का पौधा लगा सकते हैं,
इस दिशा में ना लगाएं तुलसी (Tulsi)
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए, अन्यथा यह आपको फायदा देने के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है।
कुछ ऐसे खास दिन भी होते हैं जब तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। प्रत्येक रविवार, एकादशी और सूर्य व चंद्र ग्रहण के समय तुलसी को जल नहीं चढ़ाना चाहिए। साथ ही इन दिनों में और सूर्य छिपने के बाद तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए. ऐसा करने से वास्तु दोष लगता है। साथ ही जो व्यक्ति वीरवार के दिन तुलसी के पौधे में कच्चा दूध डालता है और रविवार को छोड़कर प्रतिदिन शाम को घी का दीपक जलाता है, उसके घर में सदा लक्ष्मी जी का वास रहता है। इसके अलावा घर में कभी भी सूखा तुलसी का पौधा नहीं रखना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है। ऐसे पौधे को कुएं या किसी पवित्र स्थान पर बहा देना चाहिए और नया पौधा लगाना चाहिए।