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फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज खोलकर राजस्व का नुकसान पहुंचाने वाले दो आरोपी गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज खोलकर विदेशों से आने वाले काॅल को भारतीय नम्बर पर ट्रान्सफर कर धोखाधड़ी कर भारत सरकार को राजस्व का नुकसान पहुॅचाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को शुक्रवार को गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया।

एसटीएफ प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसटीएफ ने सूचना मिलने पर आज शाम करीब सवार चार बजे गोरखपुर कोतवाली इलाके में विजय चैराहा गैस गोदाम गली बेला कोचिंग के सामने फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज खोलकर विदेशों से आने वाले काॅल को भारतीय नम्बर पर ट्रान्सफर कर धोखाधड़ी कर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुॅचाने वाले गिरोह के दो सदस्यों देवरिया निवासी आरिफ खान और अरबाज खान को गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 2160 रूपये नगद, एक सिम बाक्स (100 नेट शेयर स्लाट) मोबाइल फोन (विभिन्न कम्पनियों के), 69 नेट सेटर, 24 सिम कार्ड (एयरटेल और वीआई), दो लैपटाप, एक प्रिन्टर, राउटर एटीएम कार्ड, दो मोबाइल। टूलकिट फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र आदि बरामद किए।

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प्रवक्ता ने बताया कि कुछ समय से प्रदेश में फर्जी टेलीकाम एक्सचेंज खोलकर विदेशों से आने वाले काॅल को अपने एक्सचेंज के माध्यम से भारतीय नम्बर पर ट्रान्सफर कर धोखाधड़ी कर लोकल काॅल पर बात कराकर भारत सरकार को राजस्व का नुकसान पहुॅचाने वाले गिरोह के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हो रही थी। इसी क्रम में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों को अभिसूचना संकलन और कार्रवाई के लिए निर्देशित किया था। इसी क्रम में आज यह कार्रवाई की गई।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अरबाज ने बताया कि आरिफ ने केटी नामक के एक व्यक्ति जो बाग्लादेश का निवासी था, का नम्बर दिया और बोला बात करो, उस समय आरिफ कुवैत में वेल्डर का काम करता था, केटी नामक व्यक्ति से वह्टसअप के माध्यम से मेरी बात हुई, केटी ने अरबाज को बताया कि सिम बाक्स के माध्यम से भारत के लोगों की बांग्लादेश, पाकिस्तान व अन्य खाडी देशों में बात कराकर काफी फायदा कमाया जा सकता है।

उन्हाेंने बताया कि वे लोग यहां किराये के मकान में 2019 दिसम्बर में सिम बाक्स व अन्य सेटअप कोरियर के माध्यम से सिंगापुर से भेजा तथा केटी के बताने के अनुसार अरबाज ने अपने लैपटाप से डाउनलोड किया और उसके माध्यम से केटी ने अरबाज के लेपटाप पर सेट अप बनाया। इसका डाटा लैपटाप पर नहीं होता है फिर के टी अन्तर्राष्ट्रीय काॅल को मेरे सिम बाक्स के जरिये कस्टमर से आधिकारिक टेलीफोन एक्सचेन्ज को बाईपास कराके बात करा देता था प्रति मिनट इस तरह के अन्तर्राष्टीय काॅल का हमें 15 पैसा प्रति मिनट मेरे पूर्वाचल बैंक खातें में केटी द्वारा भेज दिया जाता था। इस कार्य के लिये तेज नेट के लिए रेल वेयर का इन्टरनेट कनेक्शन लिया था। गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया।

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