महिला को विश्वास में लेकर एक स्टेशनरी दुकानदार ने बैंककर्मी की मदद से उसके खाते से 18 लाख 55000 हजार रुपये पार कर दिए। खाते से पैसे निकलने की जानकारी होने पर महिला ने क्राइम ब्रांच से शिकायत की। क्राइम ब्रांच और थाना पनकी पुलिस ने दो अभियुक्तों को हिरासत में लेकर घटना का खुलासा किया है।
एडीसीपी मनोज सोनकर ने बताया कि मामला थाना पनकी क्षेत्र का है। यहां स्थित पनकी पावर हाउस में तैनात रहे कर्मचारी होशियार सिंह की कुछ दिनों पहले मौत हो गई थी। उनकी नौकरी व फंड का पैसा उनके खाते में आ गया।
मूलरूप से सीवान बिहार निवासी होशियार की पत्नी राम दुलारी इस खाते का इस्तेमाल करती थी, जिसमें उनकी पेंशन आती थी। रामदुलारी प्रत्येक वर्ष बैंक ऑफ इंडिया की पनकी पावर हाउस शाखा में अपने जीवित होने का प्रमाण देने आती थी। बैंक शाखा के ठीक बाहर राजकुमार जैन की स्टेशनरी की दुकान है। रामदुलारी राजकुमार से अपने विड्राल फॉर्म और जीवित्त होने का प्रमाण पत्र बनवाती थी।
इसी बीच रामदुलारी को अपने खाते से 18.03.2020 से 21.06.2021 तक 18,55,000 लाख रुपये कई बार में निकाले जाने की जानकारी हुई। इस पर रामदुलारी ने 28 अक्टूबर को क्राइम ब्रांच में जाकर शिकायत की।
क्राइम ब्रांच ने जब मामले की जांच की तो पता चला राजकुमार जैन ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पनकी पावर हाउस शाखा के कर्मचारी के साथ मिलकर खाते का पैसा अलग अलग लोगों के खातों में आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर किया है। यह पैसा नौ खातों में ट्रांसफर हुआ है यह सभी खाते एक और स्टेशनरी दुकानदार व बर्रा निवासी अमित कुमार मिश्रा ने उपलब्ध कराए थे। क्राइम ब्रांच और थाना पनकी पुलिस ने राज कुमार जैन और अमित कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया है पुलिस गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों से पूछताछ कर रही है। साथ ही मामले में बैंक कर्मी की भूमिका की भी जांच कर रही है।