बदायूं। बदायूं जनपद में उघैती क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक अन्य आरोपी व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए एक टीम गठित की गई है। यह जानकारी बदायूं के जिला मजिस्ट्रेट प्रशांत कुमार ने बताया कि हम मानते हैं कि इस घटना को जांच के लिए एनएसए के समक्ष प्रस्तुत किया जाना उचित है और हम ऐसा करेंगे।
Two people have been arrested in the matter and a team has been constituted to look into the arrest of the other accused person. We believe that this incident is fit to be presented to the NSA for a probe and we will do that: Prashant Kumar, District Magistrate, Badaun, UP https://t.co/z696ZFa8sH pic.twitter.com/8WRjeoPtRE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 6, 2021
एसएसपी बदायूं ने बताया कि संदिग्ध परिस्थितियों में एक 50 वर्षीय महिला की मौत के मामले में, एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 376 डी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
जनपद में उघैती क्षेत्र में एक आंगनबाड़ी सहायिका के साथ गैंगरेप ने दिल्ली के निर्भया कांड की यादों को लोगों के जहन में फिर से ताजा कर दिया है। उघैती क्षेत्र एक महिला के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या कर दी गयी। बहशी यहीं तक नहीं रुके, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके गुप्तांग में रॉड जैसी कोई चीज डालने के अलावा बाईं पसली-पैर-फेफडे में चोट की पुष्टि भी हुई है। हत्या करने के बाद बहशी दरिन्दे आंगनबाड़ी सहायिका की अर्धनग्न लाश को गाड़ी में डालकर उसके घर के बाहर फेंक गए। इस पूरे प्रकरण में पुलिस भी लापरवाह बनी रही जिसका फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गए।
महिला रविवार शाम पास के गांव स्थित एक मंदिर पर पूजा के लिए गयी थी। लेकिन देर शाम तक वो घर वापस नहीं लौटी। जिसके बाद परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, परिजनों के मुताबिक रात करीबन साढ़े 11 बजे मंदिर का महंत अपने दो साथियों के साथ आया और महिला के शव को अर्धनग्न हालत में घर के बाहर डालकर चला गया। महिला के कपड़े खून से लथपथ थे, उसके कपड़े फटे हुए थे। इस घटना के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस नहीं आई।
सोमवार सुबह परिजनों ने डायल-112 को सूचना दी। लखनऊ कंट्रोल रूम से डायल-112 महिला के जब महिला के घर पहुंची तब थाना पुलिस में हड़कंप मचा और पुलिस मौके पर पहुंची। तब कहीं सोमवार की दोपहर करीबन 16 घंटे बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। हालांकि इसके बावजूद भी पुलिस की लापरवाही यहीं तक नहीं। परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या का आरोप लगाया लेकिन उघैती थानेदार राघवेंद्र प्रताप सिंह ने घटनास्थल का मुआयना तक नहीं किया। महंत के मुताबिक महिला कुएं में गिरी थी लेकिन यहां सवाल यह भी उठता है उसने इस संबंध में किसी गांव वाले को सूचना नहीं दी बल्कि अपने दो परिचित लोगों बुलाकर महिला की लाश उसके घर के बाहर क्यों डाल दी?
वहीं महिला डॉक्टर समेत तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। मंगलवार शाम को रिपोर्ट आई तो पता चला कि महिला के गुप्तांग में गंभीर चोटें हैं। उसकी गुप्तांग में लोहे या लकड़ी की रॉड जैसा कुछ डाला गया है। इसके अलावा बाएं पसली-पैर-फेफडे पर भी गंभीर घाव हैं, इसकी वजह से उसका काफी खून भी निकल गया था।