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95 लाख की ठगी करने वाले दो शातिर हैदराबाद से गिरफ्तार

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कानपुर। कानपुर के मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा के खातों में हैदराबाद के ठगों ने 95 लाख रूपये की सेंध लगाई थी। क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने ठगी के पूरे मामले का राजफाश करने के साथ ही दोनों ठगों को भी गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। पुलिस टीमें अभियुक्तों से पूछताछ कर पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुटी हुई हैं।

गौरतलब है कि, थाना नजीराबाद से दहेज हत्या के मामले में गिरफ्तार पीड़ित सूर्यांश खरबन्दा के जेल जाने के बाद उनके खाते से साइबर ठगों ने 95 लाख रुपये पार कर दिए थे। थाना नजीराबाद में मुकदमा दर्ज करके क्राइम ब्रांच की साइबर सेल के पास गया। पूरे मामले की जांच के लिये एक एक कड़ी को जोड़ने के बाद साइबर सेल को बड़ी सफलता मिली है।

ऐसे हुई ठगी

डीसीपी क्राइम सलमान ताल पाटिल ने बताया कि मसाला कारोबारी सूर्यांश खरबंदा के जेल जाने की खबर साइबर ठगों को गूगल पर मिली, इसके बाद ठगों ने मसाला कारोबारी की डिटेल निकाली और नकली आधार कार्ड बनाकर सूर्यांश के मोबाइल नम्बर को पोर्ट करा लिया। इसके बाद ठगों द्वारा उनके बैंक ऑफ बड़ौदा और आईसीआईसीआई के बैंक खातों से चैक बुक जारी करवा कर लगभग 95 लाख रुपये की ठगी की गई। इस सम्बन्ध में थाना नजीराबाद पर धारा 420/467/468/471/120बी व 66डी आईटी एक्ट में मुकदमा दर्ज की गई। इसकी विवेचना थाना नजीराबाद से स्थानान्तरित होकर प्रभारी निरीक्षक अपराध शाखा राजकेसर यादव के साथ टीम को लगाया गया।

ऐसे लगा ठगों को पता

डीसीपी क्राइम ने बताया कि साइबर सेल व सर्विलास सेल के संयुक्त सहयोग से ठगों का पता लगाकर हैदराबाद से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर नगर लाया गया है, जिन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा। गिरफ्तार अभियुक्तों में यारा साई किरन पुत्र रामा लिंगा वारा प्रसाद निवासी सिरी साउद्धा राजीव नगर, एसआर नगर हैदराबाद व निमग्दा फनी चौधरी पुत्र वेन्कट राव निवासी प्रशान्ति गोल्डेन, एवेन्यू प्रशान्ति नगर थाना बचुपल्ली, हैदराबाद हैं।

अभियुक्तों ने पूछताछ में अपना जुर्म स्वीकार किया गया है और ठगी के पैसे घूमने फिरने, खान-पान व रियल स्टेट फ्लैट एग्रीमेंन्ट में एडवांस के रूप में खर्च कर दिया जाना बताया है। वहीं, इनके गिरोह में शामिल तीन सदस्यों का पता चला है जिनकी तलाश भी जारी है।

पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना ने पूरे मामले का राजफाश करने वाली क्राइम ब्रांच की टीम को 50 हजार रुपये इनाम और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है।

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