फर्रुखाबाद। अमृतपुर विधान सभा क्षेत्र से सपा उम्मीदवार रहे डॉक्टर जितेंद्र यादव की हत्या की साजिश रचने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार (Arrested) किया है। राजनैतिक दुश्मनी के कारण सचिन उर्फ लव यादव ने अपनी कोठी पर धुर विरोधी डॉ जितेंद्र सिंह यादव को जान से मरवाने की योजना बनाई थी।
मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज निवासी जितेंद्र सिंह यादव ने थाना मऊदरवाजा के ग्राम ढिलावल निवासी आदिल पुत्र भीकम खान एवं थाना नवाबगंज के ग्राम दुनाया निवासी अखिलेश प्रताप सिंह उर्फ एपी पुत्र अतिबल सिंह उर्फ बिल्लू यादव के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई है।
थाना मऊदरवाजा पुलिस ने अपराध संख्या 320/ 22 धारा 115 व 120 बी के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। रिपोर्ट के मुताबिक, मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज प्रबंध समिति के सचिव डॉ जितेंद्र सिंह यादव ने वर्ष 2012 में जनक्रांति पार्टी से विधानसभा अमृतपुर क्षेत्र से विधायक का चुनाव लड़ा था। जिसमें समाजवादी पार्टी की टिकट पर नरेंद्र सिंह यादव चुनाव जीते थे तथा डॉ जितेंद्र सिंह यादव दूसरे स्थान पर रहे।
वर्ष 2022 में समाजवादी पार्टी ने जितेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया इनके मुकाबले पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह यादव निर्दलीय चुनाव लड़े। इस चुनाव में डॉ जितेंद्र सिंह यादव व नरेंद्र सिंह दोनों ही चुनाव हार गए थे। नरेंद्र सिंह यादव की राजनीतिक विरासत यादव मतदाताओं के जितेंद्र सिंह यादव के साथ चले जाने के कारण उनका परिवार डॉक्टर से कट्टर रंजिश मानने लगा।
डॉ जितेंद्र सिंह यादव को नजदीकी विश्वसनीय व्यक्ति द्वारा फोन रिकॉर्डिंग उपलब्ध कराई गई। जिसमें अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ एपी की आवाज में दूसरे व्यक्ति से डॉ जितेंद्र सिंह की हत्या का सौदा कर रहा है। डॉ जितेंद्र सिंह उसकी आवाज से भलीभांति परिचित हैं, क्योंकि वह व्यक्ति पहले डॉक्टर के पास आता जाता रहता था।
उसकी वार्ता में भैया शब्द का इस्तेमाल कई बार किया गया है। रिकॉर्डिंग में भैया का राजनीतिक नुकसान की बात डॉक्टर के द्वारा चुनाव लड़ने के कारण कही गई। डॉ जितेंद्र सिंह ने जब अभिषेक प्रताप से संपर्क किया तब उसने डॉक्टर को अवगत कराया कि उक्त कार्य करने के लिए आदिल पुत्र भीकम खान जो जनपद एटा थाना नौगवां का मूल निवासी को बुलाया है।
नरेंद्र सिंह यादव के पुत्र सचिन यादव ने आदिल को मोहल्ला नई बस्ती स्थित कोठी पर बुलाया था। वहीं पर डॉक्टर की हत्या कराने के मकसद से इंतजाम करने के लिए कहा था। रिपोर्ट में डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने कहा है कि मेरी अन्य किसी से जनपद में राजनीतिक प्रतिद्वंदिता नहीं है। परिस्थितियों वश केवल इसी परिवार से राजनैतिक प्रतिद्वंदिता बन गई है।
थाना मऊदरवाजा पुलिस ने एसपी के आदेश पर रिपोर्ट दर्ज की। मुकदमे की जांच वरिष्ठ उपनिरीक्षक जगदीश वर्मा को सौंपी गई है। थाना पुलिस ने आरोपी आदिल एवं अभिषेक को गिरफ्तार कर हवालात में बंद किया गया है। पुलिस गिरफ्त में आदिल ने सचिन का अंगरक्षक तथा अभिषेक ने नजदीकी व्यक्ति बताया है।