कानपुर। कानपुर में एमएससी छात्रा की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। एक तरफा प्यार में साथ पढ़ने वाले सिपाही के बेटे ने दो साथियों संग मिलकर हत्या की थी। जूस में नशीली गोलियां मिलाकर दिया था। इसके बाद गैंगरेप करने के बाद गला घोंटकर हत्याकांड को अंजाम दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत दो को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एक अभी भी फरार है।
सिपाही के बेटे ने दोस्तों से कहा था मैं बचा लूंगा
डीएसपी पूर्वी प्रमोद कुमार ने बताया कि रेल बाजार निवासी एमएससी छात्रा बुधवार सुबह कॉलेज जाने के बाद लापता हो गई थी। रात 09 बजे छात्रा का शव सीओडी पुल के पास पड़ा मिला था। परिजनों ने संदेह के आधार पर उसके सहपाठी रेलबाजार निवासी सोमनाथ गौतम पर हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ने रेलबाजार निवासी सोमनाथ गौतम और उसके दोस्त सत्यम मौर्या को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की।
सोमनाथ ने बताया कि साथ में पढ़ने वाली छात्रा से वह प्यार करता था, लेकिन वह किसी और से बात करती थी। इससे झल्लाकर उसने साजिश रची और बुधवार सुबह उसको मिलने के बहाने अपनी कार में बैठाया। इसके बाद उसे कैंट के एक खंडहर में ले जाकर दुष्कर्म किया। फिर दोस्त सत्यम और फतेहपुर निवासी रावेंद्र विश्वकर्मा के साथ छात्रा का तार से गला घोंटकर हत्या कर दी।
इसके बाद शव को सीओडी पुल के नीचे रात को फेंक कर भाग निकले थे। जांच में यह भी सामने आया कि सोमनाथ के पिता सिपाही हैं, जबकि सत्यम के पिता फॉलोवर हैं। सोमनाथ ने कहा था कि हत्या कर दो मेरे पिता पुलिस विभाग में हैं मैं सब मैनेज कर लूंगा।
कार में शव को लेकर घूमते रहे हत्यारे
पुलिस के मुताबिक दो से तीन बजे के बीच छात्रा की हत्या की और शाम सवा छह बजे शव फेंका। यानी आरोपी कार में ही शव डालकर तीन से साढ़े तीन घंटे तक इधर-उधर घूमते रहे थे। परिजनों ने सोमनाथ से बेटी के लापता होने की बात की तो वह किसी भी जानकारी से मुकर गया। बताया कि वह किसी जरूरी काम से वाराणसी जा रहा है। पुलिस ने सोमनाथ के घर पर दबिश दी तो वह मिल गया।