मुजफ्फरनगर के शाहपुर के गांव दुल्हेरा में नलकूप पर दो युवकों की लाश मिलने के मामले में पुलिस ने हैरतअंगेज खुलासा किया है। पुलिस का दावा है कि प्रेम में असफल होने पर दोनों दोस्तों ने गोली मारकर आत्महत्या की है। दोनों ने आत्महत्या करने से पूर्व अपने साथियों को कॉल कर इस बारे में जानकारी भी दी थी।
रविवार दोपहर थाना परिसर में एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि गांव दुल्हेरा निवासी दो दोस्तों दीपक व पारस के गोली लगे शव बुधवार शाम गांव स्थित दीपक के नलकूप पर मिले थे। पारस के चाचा जगपाल सिंह ने अज्ञात में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
एसपी देहात ने बताया कि दोनों युवकों के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर पता चला कि पारस के मेरठ की युवती से और दीपक के शामली की एक युवती से प्रेम संबंध थे। 11 अक्तूबर को पारस मेरठ में प्रेमिका से मिलने गया था, जिसने उससे संबंध तोड़ते हुए भविष्य में नहीं मिलने के लिए कहा था। इसके अगले ही दिन दीपक भी शामली में अपनी प्रेमिका से मिलने गया था, जहां उसने भी अपनी सगाई होने की जानकारी देते हुए दीपक को भविष्य में नहीं मिलने के लिए कहा।
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दोनों युवक अपनी प्रेमिकाओं द्वारा इस तरह संबंध तोड़ने पर क्षुब्ध थे, जिसके चलते वे घर से बाइक लेकर शाकंभरी देवी के लिए रवाना हो गए। एसपी देहात ने बताया कि शाकंभरी देवी पर दीपक को उसकी प्रेमिका भी मिली, जिसे दीपक ने साथ प्रसाद चढ़ाने के लिए कहा, लेकिन उसने इंकार कर दिया। इससे क्षुब्ध होकर दोनों दोस्त वहां से लौट आए और शाहपुर पहुंचकर शराब पी। इसके बाद दोनों दीपक के नलकूप पर पहुंचे और वहां भी शराब पीते हुए अपने साथियों को कॉल कर प्यार में असफलता मिलने पर जान देने की बात कही। एसपी देहात ने बताया कि दीपक ने एक दोस्त को बताया कि वह पहले पारस को गोली मारेगा, जिसके बाद वह खुद को गोली मारकर आत्महत्या करेगा। एसपी देहात ने बताया कि दोनों युवकों के परिजनों को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है।
शाहपुर गांव दुल्हेरा निवासी दीपक व पारस की मौत के मामले का पुलिस ने जिस तरह खुलासा किया है, वह सभी को चौंका रहा है। क्योंकि तमाम सवाल ऐसे हैं जो पुलिस की कहानी को पूरी तरह संदेह मे लाते नजर आ रहे हैं। पुलिस अधिकारियों के पास भी इनका कोई जवाब नहीं है।
ये हैं खुलासे पर उठने वाले सवाल
– अगर दोनों दोस्तों ने आत्महत्या की तो घटना स्थल से तमंचा क्यों नहीं मिला
– घटनास्थल पर सिर्फ एक कारतूस का खोखा मिला था, जबकि दोनों को अलग-अलग गोलियां लगी थी
– जिस दिन शव बरामद हुए, उस दिन ट्यूबवेल पर शव के आसपास खून नहीं था, ऐसे में पुलिस ने भी संभावना जताई थी कि हत्या कहीं ओर करके शव यहां डाले गए हैं
– पुलिस के अनुसार दीपक ने अपने दोस्तों से मरने से पहले फोन पर बात की थी, लेकिन घटना के बाद उसका मोबाइल कहां गया?
– पुलिस ने एक बार बीच में दावा किया था कि दीपक का मोबाइल एक्टिव हुआ था, ऐसे में उसकी लोकेशन पर पुलिस ने जब काम किया तो खुलासे में जिक्र क्याें नहीं किया?
– दोनों युवकों के सीने पर गोली लगी थी। ऐसे में सवाल ये उठता है कि यदि एक ने दूसरे को सीने पर गोली मारी, तो दूसरे को सीने पर गोली कैसे लगी? क्योंकि जिसने हत्या के बाद आत्महत्या की वह कनपटी पर तमंचा रखकर गोली मारता, सीने पर नहीं?
ऐसे में तमाम सुलगते सवालों के बीच पुलिस के खुलासे को लेकर हर कोई हैरत में है। एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि तमंचा व मोबाइल बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन सवाल ये भी है कि दीपक का ही मोबाइल क्यों गुम हुआ, जबकि दूसरे युवक पारस का मोबाइल उसके पास मौजूद था।