उन्नाव के असोहा थाना क्षेत्र के समाधा गांव में शनिवार को बोरवेल की सफाई करने उतरे खेत मालिक सहित दो लोगों की मौत हो गई। जबकि भाई को बचाने के लिए उतरे युवक की हालत गंभीर है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। एसडीएम राजेश चौरसिया ने जहरीली गैस की चपेट में आकर दम घुटने से मौत की संभावना जताई है।
मोहनलालगंज थाना क्षेत्र के बिनदौवा गांव निवासी रामसेवक (50) ने नौ साल पूर्व असोहा थाना क्षेत्र के समाधा गांव में चार बीघा जमीन खरीदी थी। इसी जमीन के कुछ हिस्से में वह मकान बनाकर पत्नी रामावती के साथ रहते थे। खेतों की सिंचाई के लिए ट्यूबवेल लगवाया था। 20 फिट गहरे ट्यूबवेल को साफ कराने के लिए शनिवार को रामसेवक ने समाधा गांव में रहने वाले प्रहलाद (18) को गड्ढे में उतारा।
नीचे जाने पर प्रहलाद का दम घुटने लगा तो मदद के लिए उनसे शोर मचाया। उसे बचाने के लिए रामसेवक भी नीचे उतरे तो उसका भी दम घुटने लगा। दोनों का शोर सुन रामावती ने मदद के लिए आवाज लगाई। पास ही बकरी चरा रहा प्रहलाद का छोटा भाई 15 वर्षीय मुकेश भागकर आया और भाई को फंसा देख ट्यूबवेल के गड्ढे में कूद गया। इसी बीच ग्रामीण भी वहां पहुंच गए। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तीनों को बाहर निकाला।
भाई को बचाने के लिए गड्ढे में कूदे मुकेश व ट्यूबवेल मालिक रामसेवक की मौत हो गई, जबकि प्रहलाद को गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर किया गया है।
घटना की जानकारी पर एसडीएम राजेश चौरसिया, सीओ विक्रमाजीत सिंह ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जायजा लिया। एसडीएम ने जहरीली गैस की चपेट में आकर मौत की संभावना जता परिजनों को शासन से आर्थिक मदद दिलाने का भरोसा दिया है।