यूपी-हरियाणा की पुलिस जिस कुख्यात बदमाश अजय कालिया की तलाश कर रही थी वो नोएडा में छिपा हुआ था। वो किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए नोएडा आया था। इसकी भनक यूपी एसटीएफ को लग गई।
एसटीएफ ने नोएडा पुलिस की मदद से बुधवार की दोपहर उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की। पुलिस के मुताबिक ललकारे जाने और सरेंडर की बात पर अजय कालिया ने फायरिंग शुरु कर दी। दोनों तरफ से हुई फायरिंग में अजय को गोली लग गई। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अजय पर दो लाख रुपये का इनाम था।
पुलिस का कहना है कि अजय कालिया के खिलाफ यूपी के मथुरा, अलीगढ़, बदायूं और हरियाणा के पलवल-रेवाड़ी में तमाम मुकदमे दर्ज हैं। मथुरा पुलिस ने एक लाख और अलीगढ़-हरियाणा पुलिस ने अजय कालिया पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था।
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अजय अपने दूसरे साथियों के साथ खासतौर से हाइवे और एक्सप्रेस-वे पर लूट करता था। चलते हुए वाहनों को किसी तरह से रोककर उन्हें लूटता था। पुलिस का कहना है कि लूट के दौरान रेप के आरोप भी अजय कालिया पर लगे हैं।
पुलिस का आरोप है कि अजय कालिया घुमंतू जाति बावरिया से ताल्लुक रखता था। वह गैंग का लीडर बताया जा रहा है। वो हरियाणा के रेवाड़ी का रहने वाला था। रेवाड़ी में इस जाति के बहुत सारे लोग रहते हैं। वो लूट, डकैती और रेप की वारदात को अंजाम देता था।
लेकिन जानकारों की मानें तो बावरिया जाति के कुछ लोग लूट-डकैती में शामिल तो हैं, लेकिन लूट-डकैती के दौरान वो रेप जैसी वारदात को अंजाम नहीं देते हैं। वैसे भी इस जाति के अपराधी रेप जैसी वारदात को अंजाम नहीं देते हैं।