अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर की बुनियाद रखने के लिए 400 फीट लंबी और 300 फीट चौड़ी 44 लेयर पड़ेंगी। अभी तक 3 लेयर 1 फीट की, जिसमें प्रत्येक लेयर को 2 इंच तक दबा दिया जाता है।
इस प्रकार 2 लेयर पूरी हो चुकी है और तीसरी लेयर पूरी होने वाली है। इसमें खास बाद यह है कि बुनियाद की लेयर डालने के लिए जो रिटेनिंग वॉल बनाई गई, वह बरसात में कटान होने के कारण बह गई थी। यही नहीं कटान के कारण मिट्टी बहकर ढाली गई मिट्टी के ऊपर आ गई, जिसके कारण उसकी सफाई की जा रही है. इसीलिए मिट्टी हटाने का कार्य चल रहा है।
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राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 12 इंच की लेयर पड़ती है। 1 फीट की फिर उस पर रोलर चला कर उसको 10 इंच तक दबा दिया जाता है।
यानी 2 इंच का कोटेशन करते हैं तो वह ठोस हो जाती है. इस प्रकार 12 इंच की ढलाई करके उसको दबाकर के 10 इंच लाना पड़ेगा। यहां 2 लेयर पड़ गईं हैं जो 400 फीट लंबा 300 फीट चौड़ी हैं।
ऐसी 44 लेयर पड़ेंगी। जब कटान किया गया है तो कटान कभी खड़े नहीं होते हैं। कटान ढलान दार होते हैं तो उन्हें कभी खड़े नहीं रखे जाते। खड़ी दीवार भी गिर जाती है। उसको भी रिटेनिंग वॉल बनाना पड़ता है। वर्षा में ऊपर की मिट्टी आ गई तो कटान बह गई यह प्राकृतिक बात है। उसको धो रहे हैं और हटा रहे हैं। अब जितनी देर में मिट्टी हटाई जाएगी उतना समय बेकार चला गया। यह इंजीनियर के लिए काम है।