• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

इस शिवरात्रि बन रहे है दो महायोग, शिव साधना से पूरी होगी समस्त मनोकामनाएं

Writer D by Writer D
10/03/2021
in Main Slider, ख़ास खबर, धर्म, फैशन/शैली
0
Masik Shivratri

Masik Shivratri

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

देवाधिदेव महादेव भगवान आशुतोष को प्रसन्न करने के लिए फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाने की परंपरा हैै। इस साल यह तिथि 11 मार्च गुरूवार को मनाई जाएगी।

पौरााणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव और पार्वतीजी की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है और उन्हें भांग, धतूरा, बेल पत्र और बेर चढ़ाए जाते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष महाशिवरात्रि दो महान योगों में मनाई जाएगी।

महाशिवरात्रि का महत्व

शिवपुराण के अनुसार, फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि कहा जाता है। दरअसल महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन की रात का पर्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिवरात्रि की रात आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं। महाशिवरात्रि के दिन शुभ काल के दौरान ही महादेव और पार्वती की पूजा की जानी चाहिए तभी इसका फल मिलता है। इस दिन का प्रत्येक घड़ी-पहर परम शुभ रहता है। कुवांरी कन्याओं को इस दिन व्रत करने से मनोनुकूल पति की प्राप्ति होती है और विवाहित स्त्रियों का वैधव्य दोष भी नष्ट हो जाता है।

सिद्धयोग और शिवयोग

सिद्धयोग और शिवयोग को बेहद महत्वपूर्ण और प्रभावी योग माना जाता है। इस शुभ योग के दौरान जो व्यक्ति साधना और शुभ संकल्प लेता है उसके कार्य अवश्य सफल और पूर्ण होते हैं। शिव साधना में इन योगों से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

महाशिवरात्रि पूजा का शुभ मुहूर्त

महाशिवरात्रि तिथि- 11 मार्च 2021 (बृहस्पतिवार)

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 11 मार्च 2021 को दोपहर 2 बजकर 39 मिनट से

चतुर्दशी तिथि समाप्त: 12 मार्च 2021 को दोपहर 3 बजकर 2 मिनट तक

शिवरात्रि पारण समय: 12 मार्च की सुबह 6 बजकर 34 मिनट से शाम 3 बजकर 2 मिनट तक

Tags: mahashivratrimahashivratri 2021Mahashivratri ka vratmahashivratri kab haiMahashivratri muhurat
Previous Post

10 मार्च राशिफल: मेष, कर्क और सिंह राशि वालों की आज चमकेगी किस्मत

Next Post

घर में शिवलिंग की स्थापना से पहले जान लें ये खास बातें, नहीं तो बढ़ जाएंगी समस्याएं

Writer D

Writer D

Related Posts

Pradosh Vrat
धर्म

प्रदोष व्रत के दिन पितृ दोष से मिलेगा छुटकारा, इस स्त्रोत का करें पाठ

31/10/2025
Amla Navami
Main Slider

आंवला नवमी पर जरूर पढ़ें ये कथा, घर में नहीं आएगी दरिद्रता

31/10/2025
Neem
Main Slider

इन लोगों को नहीं लगाना चाहिए नीम का पौधा, परेशानियों से घिर जाएगा जीवन

31/10/2025
Shani
फैशन/शैली

घर के मंदिर में ना रखें शनि देव की मूर्ति, ये है वजह

31/10/2025
wax
फैशन/शैली

अनचाहे बालों से है परेशान, ऐसे पाएं छुटकारा

31/10/2025
Next Post

घर में शिवलिंग की स्थापना से पहले जान लें ये खास बातें, नहीं तो बढ़ जाएंगी समस्याएं

यह भी पढ़ें

चंपत राय Champat Rai

मंदिर की एक-एक ईट हिंदू समाज का मान बढ़ाएगी : चंपत राय

19/12/2020
Supreme Court

SC ने केंद्र से पूछा सवाल- ‘लोगों की जान से बड़ा है क्या सेंट्रल विस्टा?’

29/11/2021
Husband

ऐसे पता लगाए कि आपका पार्टनर धोखेबाज है या नहीं

21/01/2025
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version