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भ्रष्टाचार पर योगी सरकार का एक्शन, बिजली विभाग के दो मुख्य अभियंता सहित आठ निलंबित

Agra Nagar Nigam Chief Engineer AK Ram suspended

Agra Nagar Nigam Chief Engineer AK Ram suspended

लखनऊ। भ्रष्टाचार मामले में बिजली के विभाग के दो अफसरों पर योगी सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। प्रदेश सरकार के आदेश पर कारपोरेशन प्रबंधन ने मेरठ के अधीक्षक अभियंता और आजमगढ़ के मुख्य अभियंता को तुरंत सस्पेंड (Suspend) कर दिया गया है। अधीक्षण अभियंता पर ठेकेदारों से रिश्वत लेने की शिकायत हुई थी जबकि मुख्य अभिंयता पर मानकों के अनुरूप उपकरण उपलब्ध नहीं कराने के मामले में दोषी पाया गया था।

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और मेरठ में बिजली विभाग में भ्रष्टाचार के दो बड़े मामले प्रकाश में आए हैं। इन दोनों मामलों में दो मुख्य अभियंता व दो अधीक्षण अभियंता सहित आठ कार्मिक निलंबित किए गए हैं। अलीगढ़ के मामले में इंजीनियरों ने एक फर्म से मिलीभगत कर खराब गुणवत्ता की सामग्री की सप्लाई लेने का काम किया है। वहीं मेरठ के मामले में पार्कों के सुंदरीकरण के काम में अधीक्षण अभियंता पर 2.5 करोड़ रुपये रिश्वत लिए जाने का का आरोप है।

अलीगढ़ में घटिया सामग्री की सप्लाई में मुख्य अभियंता सहित सात निलंबित

अलीगढ़ के इस मामले में वर्ष 2022-23 में टेंडर के माध्यम से गणेश इंटरप्राइजेज को एसटीपी पोल और एबी केबिल सप्लाई का आर्डर मिला था। इस फर्म ने घटिया क्वालिटी के साथ ही कम और क्षतिग्रस्त सामग्री की सप्लाई की। जिसे हर स्तर पर इंजानियरों ने नजरअंदाज किया। करोड़ों रुपये के इस टेंडर में इंजीनियरों की अनदेखी में बड़े भ्रष्टाचार को देखा जा रहा है।

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यूपीपीसीएल के चेयरमैन डा. आशीष कुमार गोयल ने तत्कालीन मुख्य अभियंता (वितरण) अलीगढ़ सुबोध कुमार शर्मा तथा अलीगढ़ के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता वर्तमान में मुख्य अभियंता स्तर दो के पद पर आजमगढ़ में तैनात राघवेंद्र को निलंबित कर दिया है। इसी मामले में अन्य इंजीनियरों का निलंबन (Suspend) भी प्रबंधन के सक्षम अधिकारियों ने किया है। निलंबन आदेश शुक्रवार को देर शाम जारी किया गया था।

मेरठ में 41 करोड़ के टेंडर में 2.5 करोड़ कमीशन लिया

मेरठ के प्रकरण में अधीक्षण अभियंता विद्युत जनपद वितरण मंडल वेद प्रकाश कौशल ने उपकेंद्रों की मरम्मत व पार्कों के सुंदरीकरण के लिए 41 करोड़ रुपये का टेंडर किया। आरोप है कि टेंडर जारी करने के लिए इन्होंने ठेकेदारों से छह फीसदी अर्थात 2.5 करोड़ रुपये रिश्वत लिए। एसई के खिलाफ भ्रष्टाचार की अन्य शिकायतें भी विभाग को मिली हैं।

इस बड़े आरोप के बाद यूपीपीसीएल के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने एसई वेद प्रकाश कौशल को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspend) कर दिया है। निलंबन के साथ ही एसई को एमडी दक्षिणांचल आगरा से संबद्ध किया गया है। इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लि. द्वारा मुख्य अभियंता (जांच समिति) के माध्यम से कराने का आदेश हुआ है।

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