आगरा। जिले के बजई जगनेर क्षेत्र में बुधवार को एक छप्पर में शार्ट सर्किट से लगी आग (Fire) में दो मासूम सगी बहनों की जलकर मृत्यु हो गयी जबकि एक बच्चा बुरी तरह से झुलस गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार करहकी गांव के जाटव बस्ती में स्थित वीरेन्द्र अपने परिवार के साथ रहता है। उसने अपने घर की छत पर छप्पर डाल रखा था और बाहर रहकर वह काम करता है। दोपहर उसकी सात साल की बेटी रचना और साढ़े पांच साल का बेटा हर्ष उसी छप्पर के नीचे खेल रहे थे जबकि तीन बच्चे कनक (04), वीनेश (03) और छह महीने का मासूम आलोक वहीं पर सो रहे थे। मां गीता देवी नीचे घर में घरेलू कामकाज में व्यस्त थीं और कुछ देर पहले ही वह बच्चों को सुलाकर नीचे आई थी।
दोपहर करीब पौने 12 बजे बिजली की लाइन में शार्ट सर्किट से छप्पर में आग (Fire) लग गई और पांचों बच्चे आग की लपटों में घिर गये। रचना और हर्ष तो किसी तरह बाहर निकले भागे, लेकिन कनक, वीनेस और आलोक अंदर ही रह गए। आग देख आस-पास के लोग इकट्ठा हो गये और सभी लोग उन्हें बचाने छत पर पहुंच गए। जलती झोपड़ी से छह माह के आलोक को तो किसी तरह लोगों ने बाहर निकाल लिया, लेकिन कनक और वीनेश को नहीं बचा सके जलकर उनकी मृत्यु हो गई। बाद में ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया।
घटना की जानकारी मिलने पर थाना प्रभारी बसई जगनेर सुनील कुमार तोमर मौके पर पहुंचे और दोनों मासूम बच्चियों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।