यूपी पुलिस के साइबर सेल ने जांच के नाम पर एक कंपनी से रंगदारी मांगने के आरोपी पुलिस के कॉन्स्टेबल सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस मामले में फरार चल रहे एक इंस्पेक्टर समेत 5 पुलिसवालों की तलाश कर रही है। इन लोगों के खिलाफ फेज-3 पुलिस थाने में एक शख्स ने शिकायत दर्ज कराई थी।
शिकायत में पीड़ित ने आरोप लगाया है कि बीते 10 फरवरी को कुछ लोग सादे कपड़ों में उसकी कंपनी में पहुंचे, जो खुद को साइबर सेल थाने के पुलिसकर्मी बता रहे थे। आरोप है कि इन लोगों ने कंपनी के 3 कर्मचारियों को उठाया और अपने साथ ले गए।
फेज-3 थाने में दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया है कि कंपनी के 3 लोगों को छोड़ने के एवज में कथित तौर पर इस टीम ने 7 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। पीड़ित शख्स ने अपनी शिकायत में कहा है कि मान-मनौव्वल के बाद 5 लाख रुपए में सौदा तय हुआ। पुलिसवालों को 2 लाख रुपए देकर कंपनी के तीनों लोगों को उसी दिन छुड़ा लिया गया, बाकी के पैसे बाद में देने की बात तय हुई। शख्स ने कॉन्स्टेबल सहित अन्य पुलिसवालों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पीड़ित को धमकाया कि अगर बाकी के पैसे जल्द से जल्द नहीं दिए गए तो कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बाकी पैसे लेकर पीड़ित को 14 फरवरी को नोएडा स्टेडियम पर बुलाया, जिसके बाद पीड़ितों ने सेक्टर 12/22 चौकी को मामले की सूचना दी। इसके बाद नोएडा पुलिस सक्रिय हुई और पैसे लेने आए दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार व्यापारियों की पहचान साइबर सेल में तैनात कॉन्स्टेबल नितिन चौधरी और मोदीनगर निवासी सोनू के रूप में हुई है।
सेंट्रल नोएडा के डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने कबूल किया है कि उस दिन नितिन के साथ साइबर थाना नोएडा के सब इंस्पेक्टर सहित 5 अन्य पुलिसवाले भी कंपनी में गए थे। ये सभी आरोपी फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने दोनों आरोपियों को भ्रष्टाचार और रंगदारी जैसे अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है।