कानपुर जनपद में होम लोन दिलाने के नाम पर अंतरराष्ट्रीय कॉल सेन्टर के जरिए अमेरिकी नागरिकी से ठगी करने वाले गिरोह के दो शातिर ठगों पकड़ा गया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने नौबस्ता थाना क्षेत्र से चलाए जा रहे कॉल सेंटर से दोनों अभियुक्तों को पकड़ा गया है। अभियुक्तों के कब्जे से लैपटाप व हार्ड डिस्क से करीब दो लाख अमेरिकी नागरिकों का डेटा बरामद हुआ है।
सहायक पुलिस उपायुक्त (एडीसीपी) अपराध दीपक भूकर ने पुलिस लाइन में अंतरराष्ट्रीय ठग गिरोह का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि नौबस्ता इलाके में छह माह से एक कॉल सेंटर चलाया जा रहा था। यहां से किसी को होम लोन तो किसी को पर्सनल लोन दिलाने के नाम पर अमेरिकी नागरिकों से ठगी का शिकार बनाने की सूचना मिली। जिसके आधार पर क्राइम ब्रांच टीम के साथ छापेमारी की गई। कार्यवाही के दौरान दो ठगों को पकड़ा गया। इनमें नौबस्ता हंसपुरम निवासी रवि शुक्ला और आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता निवासी विशाल सिंह सेंगर हैं।
एडीसीपी अपराध ने बताया कि आवास विकास हंसपुरम नौबस्ता में जिस मकान में यह अंतरराष्ट्रीय काल सेंटर संचालित था वह गिरफ्तार अभियुक्त विशाल के मामा का है। यहां से वीओआइपी (वाइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल) के द्वारा अमेरिकी नागरिकों को अमेरिकी कम्पनी बनकर होम लोन व पर्सनल लोन, कम ब्याज दर में देने का झांसा दिया जाता था और ठगी की जाती थी। पूछताछ में इस तरह से गिरफ्तार अभियुक्तों ने कई दर्जन अमेरिकी नागरिक झांसे में लेकर लाखों की ठगी किए जाने का शिकार बनाया है। अभियुक्तों के पास से बरामद लैपटाप व हार्ड डिस्क से करीब दो लाख अमेरिकी नागरिकों का डेटा मिला है।
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एडीसीपी अपराध ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अभियुक्त अमेरिकी अंग्रेजी बोलने में माहिर हैं। दोनों अमेरिकन भाषा में बात कर लोगों को झांसे में फंसा लेते थे और 200 डॉलर प्रोसेसिंग फीस के नाम पर खाते डालवा लेते थे। इसके बाद अमेरिकी कम्पनियों के फार्म भेजकर विश्वास में ले लेते थे। फिर लोन के नाम पर जीरो बैलेंस के लिए 500 से 600 डॉलर खाते में जमा करवा लेते थे। यह राशि बिटक्वाइन के जरिए इनवेस्टमेंट एप के द्वारा खातों में जमा कर लिया जाता था। साथ ही यह लोग ठगी के लिए क्रिप्टोकरेंसी एप का भी इस्तेमाल करते थे।
एडीसीपी अपराध दीपक भूकर ने बताया कि नौबस्त में चल रहे अन्तरराष्ट्रीय कॉल सेंटर की जानकारी बीते दिनों काकादेव में संचालित ठग कॉल सेंटर से मिला था। जिसके आधार पर टीमें लगातार रवि और विशाल सिंह की हरकतों पर नजर बनाए हुए थे और पुख्ता साक्ष्य व जानकारी के आधार पर नौबस्ता में छापेमारी कर दोनों को दबोच लिया गया है। उन्होंने ऐसे किसी भी गिरोह के झांसे में न आने की अपील देश ही नहीं विदेश में रहने वाले नागरिकों से की है।