पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर के हटगाछी में रहने वाले बच्चे ने करीब ढाई इंच लंबी लोहे की कील को निगल लिया। इसके बाद जब उसकी तबीयत खराब होने लगी तो उसे अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके उसकी जान बचाई।
उत्तरी दिनाजपुर में रहने वाले दो साल के मुस्तकिन अली के दादा बांस काटकर उसे घर के बाहर लगा रहे थे। उनके पास में ही मुस्तकिन खेल रहा था। बीच में जब उनकी नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने देखा कि वह खांस रहा है और उसके मुंह से खून बह रहा है।
इस मामले की जानकारी होने के बाद उसकी मां परेशान हो गई। इस पर उसकी मां उसे लेकर रायगंज मेडिकल कॉलेज पहुंची। उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और उलटी भी हो रही थी। वहां से मुस्तकिन को मालदा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। इसके बाद उसे कोलकाता के एसएसकेएम में भर्ती कराया गया।
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वहां रविवार को डॉक्टरों ने कई घंटे उसका ऑपरेशन करके उसके गले से कील को बाहर निकाला। बच्चे को इसके बाद पेडियाट्रिक आईसीयू में रखा गया है।
एसएसकेएम मैनेजमेंट के अनुसार मुस्तकिन की सर्जरी रविवार को सुबह 7 बजे शुरू हुई थी। डॉ. अरुणव सेनगुप्ता के नेतृत्व में 4 डॉक्टरों की टीम ने उसका आपॅरेशन किया था। उनके अनुसार बच्चे की सांस की नली में कील फंस गई थी। इससे उसे उलटी हो रही थी और सांस लेने में दिक्कत थी।