टोक्यो। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के पहले मार्स मिशन को आखिरकार सोमवार को लॉन्च कर दिया गया। यूएई का यह मिशन मंगल ग्रह पर गया है। हालांकि मौसम ने इसमें कुछ खलल डाला था। इसी वजह से इसका लॉन्च पहले टालना पड़ा था। इस प्रोजेक्ट को होप नाम से डब किया गया। इस यान में कोई इनसान नहीं गया है। इसकी लाइव फीड भी दिखाई गई। इस यान पर अरबी में ‘अल-अमल’ लिखा हुआ था। इस यान ने दक्षिण जापान के तानेगाशिमा स्पेस सेंटर से उड़ान भरी।
रॉकेट निर्माता मित्सुबीशी हेवी इंडस्ट्रीज ने लॉन्च के बाद जारी एक बयान में बताया कि H-IIA व्हिकल नंबर 42 (H-IIA F 42) से अमीरात मार्स मिशन (EMM) होप स्पेस क्रॉफ्ट को स्थानीय जापानी समय शाम 6.58.14 पर (रात 9.58, GMT) लॉन्च कर दिया गया। भारतीय समयानुसार यह मिशन सुबह 3:28 पर लॉन्च हुआ।
Key data on the UAE’s “Al-Amal” probe and its journey to Mars @AFPgraphics pic.twitter.com/6CyogMaMi5
— AFP news agency (@AFP) July 20, 2020
वहीं, संयुक्त अरब अमीरात ने कहा है कि उसका अंतरिक्ष में भेजा गया यान काम कर रहा है और मार्स के लिए लॉन्चिंग के बाद संकेत भी लगातार भेज रहा है।
#UPDATE The United Arab Emirates celebrated in the early hours of Monday morning the launch of its “Hope” probe to Mars, the first interplanetary mission by an Arab nation https://t.co/Sw2BozHiMT
— AFP news agency (@AFP) July 19, 2020
अमीरात का प्रोजेक्ट मंगल पर जाने वाले तीन प्रोजेक्ट में से एक है। इसमें चीन के ताइनवेन-1 और अमेरिका के मार्स 2020 भी शामिल हैं। ये उस मौके का फायदा उठा रहे हैं जब धरती और मंगल के बीच की दूरी सबसे कम होती है। नासा के अनुसार अक्टूबर में मंगल की धरती से दूरी अपेक्षाकृत 38.6 मिलियन मील (62.07 मिलियन किलोमीटर) कम होगी।
#UPDATE The United Arab Emirates celebrated in the early hours of Monday morning the launch of its “Hope” probe to Mars, the first interplanetary mission by an Arab nation https://t.co/Sw2BozHiMT
— AFP news agency (@AFP) July 19, 2020
‘HOPE’ फरवरी में पहुंचेगा मंगल तक
‘HOPE’ को फरवरी 2021 तक मंगल पर पहुंचना है, जब यूएई अपने एकीकरण की 50वीं वर्षगांठ मनाएगा। हालांकि, इसे मंगल की सतह पर नहीं उतरना है। इस मंगलयान में ऊपरी वायुमंडल और जलवायु परिवर्तन का अध्ययन करने के लिए तीन उपकरण हैं और इसके कम से कम दो साल तक लाल ग्रह के चक्कर लगाने की योजना है।