प्रतापगढ़। उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raghuraj Pratap Singh) के पिता उदय प्रताप सिंह (Uday Pratap Singh) चर्चा में हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि उनको शुक्रवार रात पुलिस ने नजरबंद कर लिया है। उदय प्रताप सिंह को नजरबंद करने के पीछे पुलिस प्रशासन की एक बड़ी वजह है।
कुंडा के इलाके का शेखपुर आशिक गांव मोहर्रम को लेकर हर साल सुर्खियों में रहता है। यह गांव प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर स्थित है। इस गांव के सुर्खियों में रहने का कारण राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह ( Uday Pratap Singh) हैं। मोहर्रम को लेकर एक ओर जहां मुसलमान समाज के लोग ताजिया निकाल रहे होते हैं, तो इसी दिन राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह हाईवे के पास स्थित एक मंदिर पर भंडारे और प्रसाद वितरण की मांग पर अड़ जाते हैं।
इस्लामिक कलेंडर का पहला महीना मोहर्रम का होता है, इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग कर्बला में शहीद हुसैन की याद में मातम मनाते हैं। साथ ही अपने-अपने इलाकों से ताजिया के साथ जुलूस निकालते हैं। यह 10 दिनों तक चलता रहता है। मुस्लिम समुदाय के लोग दसवें दिन जगह-जगह ताजियों को दफन करते हैं। वहीं, इसी दिन उदय प्रताप सिंह एक मंदिर पर भंडारे और प्रसाद वितरण की मांग करने लगते हैं।
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उदय प्रताप सिंह ( Uday Pratap Singh) के समर्थकों के मुताबिक, इसी दिन एक बंदर की मौत यहां पर हो गई थी। हिंदू समाज में बंदर को पूज्य माना जाता है। बंदर की मौत के बाद उदय प्रताप उसकी बरसी मनाने जाना चाहते हैं। हालांकि, हर बार स्थानीय पुलिस प्रशासन उन्हें रोकता आया है। इस बार भी पुलिस ने उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया है।
एएसपी विद्यासागर मिश्र के मुताबिक, पिछले साल उदय प्रताप अपने समर्थकों के साथ अपनी मांग को लेकर कुंडा तहसील परिसर में धरना देने लगे थे। इसी के मद्देनजर इस बार इलाके में किसी तरीके का तनाव न पैदा हो पुलिस ने एहतियातन ऐसा कदम उठाया है। इलाके में पुलिस की टीम पैदल और बाइक से लगातार गश्त कर रही है। वहीं, जिले के वरिष्ठ अफसर भी इलाके पर नजर गड़ाए हुए हैं।