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यूक्रेन-रूस विवाद : महंगा हो सकता हैं पेट्रोल-डीजल, बढ़ सकते हैं नेचुरल गैस के दाम

यूक्रेन-रूस विवाद

यूक्रेन-रूस विवाद

नई दिल्ली| यूक्रेन-रूस (Ukraine-Russia) विवाद के चलते आने वाले दिनों में महंगाई और बढ़ सकती है। इनके विवाद के कारण कच्चा तेल 95 डॉलर के पार निकल गया है। इससे पहले 8 साल पहले ऐसा हुआ था। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel) की कीमतें बढ़ना तय माना जा रहा है।

इसके अलावा इंटरनेशनल मार्केट में नेचुरल गैस की कीमत भी बढ़ रही है। इससे LPG और CNG की कीमतें भी बढ़ने की पूरी संभावना है। यूक्रेन और रूस (Ukraine-Russia) विवाद से सोने को सपोर्ट मिल रहा है। इसी का नतीजा है कि ये साढ़े 50,500 हजार का लेवल पार कर गया है। इन दोनों देशों के विवाद के चलते कॉपर और एल्यूमीनियम (aluminum) के दामों में भी तेजी देखी जा सकती है। हम आपको बता रहे हैं कि यूक्रेन-रूस (Ukraine-Russia) विवाद का आपकी जेब पर क्या असर होगा।

उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित 5 राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव के बाद आम आदमी को महंगाई के मोर्चे पर बड़ा झटका लग सकता है। विधान सभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आने हैं इसके बाद पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel) महंगे हो सकते हैं, क्योंकि कच्चे तेल के दाम 8 साल के हाई लेवल पर जा पहुंचे हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 95 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए हैं। इससे पहले 2014 में कच्चे तेल के दाम 95 डॉलर के पार गए थे।

IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट “कमोडिटी एंड करेंसी” (Commodity & Currency) अनुज गुप्ता कहते हैं कि आने वाले समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती हैं। वहीं तेल कंपनियों ने 3 नवंबर से पेट्रोल (Petrol) की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन तब से लेकर अब तक कच्चा तेल 15 डॉलर प्रति बैरल से ज्यादा महंगा हो गया है। इतना ही नहीं, आगे भी इसमें तेजी जारी रह सकती है। ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel)  की कीमतों में 15 से 20 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है। कच्चे तेल 1 डॉलर महंगा होने पर पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel) की कीमत में 50-60 पैसे का इजाफा होता है।

(Ukraine-Russia) युद्ध का सबसे बड़ा खतरा नेचुरल गैस की सप्लाई चेन के डैमेज को लेकर है। दुनिया की कुल नेचुरल गैस उत्पादन में 17% हिस्सा रूस का है। ऐसे में यूक्रेन-रूस (Ukraine-Russia) विवाद से इसकी सप्लाई प्रभवित हो रही हे। इससे वैश्विक स्तर गैस की कमी का असर दिखने लगेगा और आने वाले दिनों में LPG और CNG की कीमतों में प्रति किलो 10 से 15 रुपए तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

रूस-यूक्रेन (Ukraine-Russia) में तनाव के चलते सोना-चांदी में शानदार तेजी देखने को मिल रहा है। सोना एक बार फिर 51 हजार और 65 हजार चांदी के करीब पहुंच गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार आज, यानी मंगलवार को सर्राफा बाजार में सोना 50,547 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है। वहीं चांदी 64,656 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो सोना 1,909|12 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है। वहीं चांदी की बात करें तो ये 24 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गई है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने में अभी तेजी के पूरी संभावना है, क्योंकि महंगाई कंट्रोल नहीं हो पा रही है। इंटरनेशनल मार्केट में सोना अगले तीन-चार महीने में 2000 डॉलर के स्तर तक पहुंच सकता है। इससे हमारे यहां सोना 52 हजार के पार हो सकता है।

दुनिया की कुल एल्यूमीनियम (aluminum) उत्पादन में (Ukraine-Russia) रूस का है। ऐसे में यूक्रेन और रूस (Ukraine-Russia) विवाद से इसकी सप्लाई प्रभावित हो रही है। इसी के चलते सिर्फ फरवरी में ही अब तक इसकी कीमत 15% तक बढ़ गई है। इसके अलावा तांबे के कुल उत्पादन में भी 3|5% हिस्सेदारी रूस की है। ऐसे में इसकी कीमतें भी अब बढ़ने लगी है। इन दोनों ही धातुओं का इस्तेमाल बर्तन और ऑटो इंडस्ट्री के अलावा कई चीजों में होता है। इससे आने वाले दिनों में इन चीजों की कीमतों में भी बढ़ोतरी होने की पूरी संभावना है।

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