कीव। रूस और यूक्रेन (Ukraine-Russia War) के बीच चल रही जंग आम आदमी पर भारी पड़ रही है। संयुक्त राष्ट्र संघ का दावा है कि युद्ध के शुरुआती सात दिनों में यूक्रेन की आबादी दो फीसदी कम हो गयी है। इस दौरान दस लाख लोगों ने यूक्रेन छोड़ दिया है।
यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ विस्थापितों को लेकर खासा चिंतित है। संयुक्त राष्ट्र संघ के विस्थापन आयुक्त फिलिपो ग्रांडी ने दावा किया कि एक सप्ताह में यूक्रेन की कुल जनसंख्या के दो प्रतिशत लोगों ने डर के कारण देश छोड़ दिया है। उन्होंने दावा किया कि युद्ध की वजह से दस लाख से अधिक नागरिकों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक मार्च तक यूक्रेन पर रूसी हमले के कारण 752 लोगों की मौत की जानकारी भी दी है।
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रूस ने यूक्रेन पर हमलों की रफ्तार एक मार्च के बाद और बढ़ा दी है। ऐसे में यह संख्या खासी अधिक होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस बीच विश्व बैंक ने रूस के साथ-साथ उसके सहयोगी देश बेलारूस पर भी कार्रवाई की है। विश्व बैंक ने दोनों देशों में अपनी सभी परियोजनाओं पर रोक लगा दी है।
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संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि यूक्रेन में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, इसलिए दुनिया को इस मसले पर जल्द मजबूत कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वह आने वाले दिनों में टकराव टालने और शांति वार्ता आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखेंगे।