मुरादाबाद। पाबंदी के बाद भी बरात में डीजे बजाने के मामले में उलमा ने न सिर्फ विरोध किया, बल्कि दूल्हे का निकाह (Nikah) पढ़ाने से भी साफ इनकार कर दिया। उलेमा के साथ ही दुल्हन पक्ष के लोग भी बरातियों की इस हरकत के विरोध में उतर आए। मामला बिगड़ता देख दूल्हा पक्ष के बुजुर्ग लोग सुलह को आ गए। दूल्हा पक्ष ने गलती मानते हुए माफी मांगी। जिस पर मामला सुलह हो गया।
मामला नगर के मोहल्ला अंसारियान फुलवार रोड स्थित एक मैरिज हॉल का है। संभल के एक मोहल्ले से युवक की बरात बिलारी के एक मोहल्ले में रविवार देर रात दस बजे आई थी। फुलवार रोड स्थित मैरिज हॉल में बरात के ठहरने और स्वागत सत्कार का कार्यक्रम था। पता चला है कि मैरिज हॉल के पास बरात पहुंचने से पहले ही बरात में आए कुछ युवकों ने डीजे बजाना शुरू कर दिया।
डीजे बजने की आवाज सुनकर दुल्हन पक्ष के लोग विरोध करने लगे। किसी नागरिक ने यह खबर नगर के उलमा को दे दी। रविवार देर रात 11 बजे सभी उलमा और मस्जिदों के इमामों की एक आपात बैठक नगर की एक मस्जिद में बुलाई गई। बैठक में कहा गया कि बिलारी नगर में अनेक वर्षों से शादी समारोह में डीजे और बैंडबाजे पर पूरी तरह से पाबंदी है। इसके बाद भी बरात में कुछ युवकों द्वारा डीजे बजाया गया है।
उलमा ने बैठक में तय किया कि बरात में डीजे बजने पर कोई उलमा दूल्हे को निकाह (Nikah) नहीं पढ़ाएगा। बैठक के बाद कई उलमा मैरिज हॉल पर पहुंच गए और बरात में डीजे बजने को उलमा और नागरिकों के सर्वसम्मत फैसले के खिलाफ बताया। इस दौरान कुछ नागरिक दूल्हा पक्ष के समर्थन में आगे आ गए। इसी को लेकर मामला बढ़ गया। मौके पर जमकर हंगामा, शोर शराबा और नोकझोंक शुरू हो गई। बाद में मौलाना हसन रजा ने कहा कि जिसने ऐसा कार्य किया है वह सरेआम माफी मांगे और आगे ऐसा काम न करने का वायदा करे।
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एक वरिष्ठ उलमा से जानकारी करने पर पता चला है कि दूल्हा पक्ष के बुजुर्ग द्वारा यह कहकर माफी मांगी गई कि डीजे बजाने वाले युवक कौन थे उनकी जानकारी में नहीं है फिर भी वह ऐसा होने पर माफी चाहते हैं। यह सुनकर उलेमा ने मामला तो निपटा दिया लेकिन यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में कहीं भी शादी समारोह में डीजे बजा तब किसी का माफीनामा स्वीकार नहीं किया जाएगा।