उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में बिलवई चुंगी के पास प्रशासन की रोक के बाद रात में निर्माण कराए जाने के दौरान रविवार की रात निर्माणाधीन भवन की दीवार गिरने से तीन मजदूरों की मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने एक घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शवों को मलबे से बाहर निकाला।
मजदूरों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। तीन मजदूरों की दर्दनाक मौत से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में दीवार में दबे तीनों मजदूरों को पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन कर बाहर निकाल जिला अस्पताल लाया गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक आलाधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर मृतक मजदूरों के परिजनों को हर सभंव मदद का आश्वासन दिया है। तो वही निर्माण करा रहे अवैध कब्जाधारी मौके से फरार हो गया है।
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मामला शहर कोतवाली इलाके का है। जहां पुरातत्व विभाग की मिली भगत से भीम चौरसिया चोरी छुपे अवैध तरीके से भवन निर्माण करा रहा था। निर्माण के दौरान अचानक से भवन की दीवार गिर गई। दीवार गिरने से तीन मजदूर मलबे में दब गए।
मजदूरों के मलबे में दबते ही मकान मालिक मौके से फरार हो गया है। सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू कर सभी मजदूरों को दीवार के नीचे से निकाला और जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने तीनों मजदूरों को मृत घोषित कर दिया।
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मजदूरों में तीनों की पहचान कैलाश निवासी ग्राम गढ़ी मलहरा,जयराम निवासी ग्राम गौरिहार जो सीमावर्ती राज्य मध्यप्रदेश के है। वही तीसरा मृतक बल्लू शहर कोतवाली क्षेत्र का बताया जा रहा है। जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने सभी मृतक मजदूरों को हर संभव मदद का आस्वासन दिया है। डीएम समेत पुलिस व प्रशासनिक अफसरों ने अस्पताल पहुंच घटना की जानकारी ली और दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।