चार साल में इंजीनियरिंग की एक स्ट्रीम की डिग्री हासिल करने वाले छात्र अब चाहे तो पांच साल में दो डिग्री हासिल कर सकते हैं। नई शिक्षा नीति के तहत ट्रिपलआईटी जल्द ही छात्रों के लिए यह वैकल्पिक व्यवस्था युक्त नया बीटेक पाठ्यक्रम शुरू करेगा। ट्रिपलआईटी ने बीटेक इन इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी का एक नया मॉडल तैयार किया है।
जिसमें बीटेक छात्र एक साल अतिरिक्त पढ़कर एक और डिग्री (जैसे अप्लाइड इंजीनियरिंग इन मैथमेटिक्स, अप्लाइड इंजीनियंरिंग इन फिजिक्स, इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, इंटेलिजेंट बायोमेडिकल सिस्टम) भी पा सकेंगे। बीटेक के नए पाठ्यक्रम के संचालन को सीनेट की बैठक में मंजूरी मिल गई है। बीओजी से मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।
संस्थान की कार्यवाहक रजिस्ट्रार डॉ. विजयश्री तिवारी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुरूप नए बीटेक कार्यक्रम में मल्टीपल इंट्री व एग्जिट का ऑप्शन उपलब्ध रहेगा। इसके अन्तर्गत अगर किसी वजह कोई छात्र कोर्स को बीच में छोड़ने पर मजबूर होता है तो अब तक अर्जित क्रेडिट के आधार पर उसे सर्टिफिकेट, डिप्लोमा अथवा बीएससी की डिग्री दी जा सकती है।
बिहार 31वीं न्यायिक सेवा की मेंस परीक्षा के लिए आवेदन कल से शुरू
दूसरे शब्दों में यदि छात्र जो इस कार्यक्रम के 40 क्रेडिट पूरे कर लेता है तो वह सर्टिफिकेट पाने का हकदार हो जाएगा। साथ ही 80 क्रेडिट पूरा करने पर डिप्लोमा और 120 क्रेडिट पूरा करने पर बीएससी की डिग्री संबंधित छात्र को मिलेगी। वहीं, बीटेक डिग्री के लिए एक छात्र को 160 क्रेडिट और दो बीटेक डिग्रियों के लिए 200 क्रेडिट पूरा करना अनिवार्य होंगे।
प्रो. पी नागभूषण (निदेशक, ट्रिपलआईटी) ने कहा, नई शिक्षा नीति के तहत बीटेक का नया कार्यक्रम डिजाइन किया गया है। इसे सीनेट की मंजूरी मिल चुकी है। अब इसे बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की अगली बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा।