महाकुम्भनगर : महाकुम्भ (Maha Kumbh) को सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में हर परिस्थिति में 45 करोड़ लोगों के संगम स्नान का पूरा सुरक्षित प्लान तैयार कर लिया गया है। इसी क्रम में महाकुम्भ में पहली बार श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अंडर वॉटर ड्रोन (Underwater Drone) तैनात किया गया है। जो 24 घंटे पानी के भीतर हर गतिविधियों की निगरानी करने में सक्षम है। सबसे खास बात यह है कि यह अंडर वॉटर ड्रोन अंधेरे में भी लक्ष्य पर सटीक नजर रखने में कारगर हथियार साबित होने वाला है। यह पानी के नीचे 100 मीटर गहराई तक टोह लेने में सक्षम है और किसी भी परिस्थितियों में सटीक जानकारी उपलब्ध कराने की खूबियों से लैस है।
हर गतिविधि पर रखेगा नजर
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक, पूर्वी जोन, प्रयागराज डॉ. राजीव नारायण मिश्र ने बुधवार को बेहद तेज गति से और असीमित दूरी तक पानी के अंदर काम करने वाले इस ड्रोन (Underwater Drone) को लॉन्च किया। उन्होंने इस ड्रोन की खासियत और महाकुम्भ में इसकी आवश्यकता के विषय में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह ड्रोन (Underwater Drone) पैनिक अंदर 100 मीटर तक जाकर हर गतिविधि की रिपोर्ट आई ट्रिपल सी तक पहुंचाएंगे। इसे असीमित दूरी तक ऑपरेट किया जा सकता है। पानी के अंदर कहीं कोई संदिग्ध गतिविधि या घटना को लेकर यह सटीक जानकारी देगा, जिसके धर पर तुरंत जरूरी कदम उठाए जा सकेंगे।
एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा को लेकर बनी रणनीति
पीएसी के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मिलकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा का काम कर रही हैं। जिसमें बाकायदा एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा को लेकर रणनीति बनाई जा रही है। यहां 700 झंडे लगी नाव पर 24 घंटे पीएसी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे।
सुरक्षित महाकुम्भ: तीन स्तरीय चेकिंग के बाद ही मिलेगी मेला क्षेत्र में एंट्री
इसी क्रम में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर रिमोट लाइफ बॉय तैनात किए जा रहे हैं, जो पलक झपकते कहीं भी पहुंचने में सक्षम हैं और किसी भी अनहोनी से पहले व्यक्ति को सुरक्षित स्थान ले जाने में सक्षम हैं।